बिहार में तीन फेज में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। आज पहले फेज की 71 सीटों पर मतदान है। 1 हजार 66 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 952 पुरुष और 114 महिलाएं हैं। इनमें 328 उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस हैं और 375 करोड़पति हैं। दूसरे फेज की वोटिंग 3 नवंबर और तीसरे फेज की वोटिंग 7 नवंबर को होगी। नतीजे 10 नवंबर को आएंगे। कोरोना के चलते चुनाव आयोग ने वोटिंग का समय एक घंटे बढ़ाया है लेकिन, अलग-अलग सीटों पर वोटिंग खत्म होने का समय अलग-अलग है। 4 सीटों पर सुबह 7 से शाम 3 बजे तक वोटिंग होगी। वहीं, 26 सीटों पर शाम 4 बजे तक, 5 सीटों पर 5 बजे तक, बाकी 36 सीटों पर 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे।
आज सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई। कई बूथों पर कोरोना से बचाव के उपाय सैनिटाइजर और टेम्परेचर मापने के लिए थर्मल गन उपलब्ध रहे। हालांकि कई जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग नदारद रही। इसके साथ ही कई वोटरों और मतदान अधिकारियों ने मास्क पहनने में कोताही बरती। यहां तक कि लखीसराय में वोट डालने पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तो मास्क पहना था, पर उन्हें वोट डलवा रहे पीठासीन अधिकारी का मास्क ठुड्डी पर था। कई बूथों पर गड़बड़ियां देखने को मिली हैं। गया के वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र में एक वोटर के हाथ पर लगाई गई स्याही ही मिट गई। यहां मुफस्सिल थाना क्षेत्र से सटे बूथ पर पंकज नाम के वोटर वोट देकर जैसे ही बाहर निकले उनकी उंगली पर लगे निशान को लेकर सवाल किया गया। उन्होंने बताया कि उंगली पर निशान तो लगाया था, पर वह कुछ ही सेकंड के अंदर मिट गया। यह कौन सा निशान है, जो मिट जाता है।
मतदान शुरू होने से पहले औरंगाबाद के बालूगंज में दो आईईडी मिले। सीआरपीएफ ने सर्च अभियान के दौरान मिले इस आईईडी को डिफ्यूज कर दिया। यह इलाका नक्सल प्रभावित हैं। इससे पहले मंगलवार को गया के इमामगंज में दो आईईडी मिले थे। सीआरपीएफ ने इसे भी डिफ्यूज कर दिया था। आज के मतदान में सबसे ज्यादा 27 उम्मीदवार गया टाउन और सबसे कम 5 उम्मीदवार कटोरिया सीट के हैं। सबसे ज्यादा 42 सीटों पर राजद, 41 पर लोजपा और 40 पर रालोसपा चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा 29 पर और उसकी सहयोगी जदयू 35 पर मैदान में है। 22 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार हैं। 31 हजार 371 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इसमें 31 हजार 371 कंट्रोल यूनिट और VVPAT यूज होंगे। 41 हजार 689 EVM का इस्तेमाल होगा।
इस चरण में वोटर के लिहाज से हिसुआ सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र है। यहां 3.76 लाख मतदाता हैं। इनमें 1.96 लाख पुरुष, 1.80 लाख महिला और 19 ट्रांसजेंडर हैं। वोटर के लिहाज से बरबीघा सबसे छोटी विधानसभा है। यहां 2.25 लाख वोटर हैं। इनमें 1.17 लाख पुरुष, 1.08 लाख महिलाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 अक्टूबर को सासाराम, गया और भागलपुर में रैलियां कर 24 सीटें कवर करने की कोशिश की। रैलियों में कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जिक्र किया। गलवान घाटी में चीन के साथ हुई झड़प की बात भी की। राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री की ही तरह 23 अक्टूबर को नवादा और भागलपुर में दो रैलियां कर 12 सीटें कवर करने की कोशिश की। रैलियों में रोजगार, प्रवासी मजदूर और चीन का मुद्दा उठाया। नए कृषि कानूनों का जिक्र भी किया। नीतीश का नाम तक नहीं लिया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 14 अक्टूबर से 26 अक्टूबर के बीच 13 दिनों में 56 रैलियां कीं। इनमें से 3 में नीतीश प्रधानमंत्री के साथ थे। रैलियों के अलावा नीतीश ने 6 बार ‘निश्चय संवाद’ के जरिए कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। रैलियों में “15 साल बनाम 15 साल” का जिक्र बार-बार हुआ। इनमें अपने लालू के 15 साल की तुलना की। तेजस्वी यादव नें 16 अक्टूबर से 26 अक्टूबर के बीच 44 रैलियां की। दो रैलियों में राहुल के साथ थे। पहले फेज के प्रचार के आखिरी दिन 26 अक्टूबर को सबसे ज्यादा 15 रैलियां कीं। अपनी रैलियों में ज्यादातर युवाओं को सरकारी नौकरी देने की बात की। उनका वादा 10 लाख नौकरियां देने का है।