चीन की वायरस-विज्ञानी शी झेंगली चमगादड़ों में कोरोना वायरस पर अपनी रिसर्च के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं। उन्हें चीन की ‘बैट वुमन’ कहा जाने लगा है। उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस तो अभी शुरुआत है, आने वाले दिनों में कई खतरनाक वायरसों का हमला हो सकता है। एक टीवी इंटरव्यू में उन्होंने कहा है कि कोरोना की महामारी से लड़ने के लिए दुनिया को एकजुट होना होगा।
चीन की वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की डिप्टी डायरेक्टर शी झेंगली ने कहा कि वायरस को लेकर शोध के लिए वैज्ञानिकों और सरकारों को पारदर्शी और आपस में मेलजोल के साथ काम करने की आवश्यकता है। अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो इसी तरह के दूसरे वायरस के हमले झेलने के लिए हमें तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि विज्ञान का राजनीतिकरण करना बेहद अफसोसजनक है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप करोना वायरस को लेकर चीन पर हमला बोलते रहे हैं। वो लगातार चीन पर इस वायरस को फैलाने का आरोप लगाते रहे हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने आरोप लगाया है कि कोविड-19 वायरस को चीन के किसी लैब में तैयार किया गया है। हालांकि चीन ने इन आरोपों को खारिज किया है।