उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें 25 जून से राज्य की सड़कों पर दौड़ने लगेंगी। परिवहन निगम बोर्ड ने सीमित संख्या में बसों के संचालन की अनुमति दे दी है। सरकार के फैसले के मुताबिक, अब बसों का किराया दोगुना लगेगा। इसके साथ ही रोडवेज कर्मियों के लिए आयुष्मान स्वास्थ्य योजना लागू करने को भी हरी झंडी दे दी गई है।
मंगलवार को रोडवेज की बहुप्रतिक्षित बैठक में यह निर्णय किया गया। बोर्ड के सदस्य सचिव रोडवेज के एमडी रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि प्रथम चरण में लोकल रूट पर बसों को चलाया जाएगा। इसके बाद यात्री संख्या के अनुसार बसों को दूसरे रूटों पर बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि रोडवेज कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा से जुड़ी आयुष्मान योजना लागू करने का निर्णय भी किया गया है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए फिलहाल रोडवेज बसें 50 फीसदी क्षमता के साथ ही चलेंगी। ड्राईवर-कंडक्टर की सुरक्षा और बसों के सेनेटाइजेशन को नियमित रखा जाएगा। पिछले सप्ताह बताया गया था कि सार्वजनिक परिवहन को पटरी पर लाने के लिए राज्य में जल्द नई गाइडलाइन जारी हो सकती है। गाइडलाइन में किराया बढ़ाने, पूरी क्षमता में सवारी बैठाने समेत चार विकल्पों पर विचार हो रहा है। कोरोना काल में सरकार ने 50 प्रतिशत यात्रियों पर सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट चलाने की अनुमति दी है, पर आधी सवारी में संचालक चलने को तैयार नहीं। टैक्सी वाले भी बुकिंग पर ही चल रहे हैं। उसी दौरान सरकार ने परिवहन सचिव शैलेश बगौली और परिवहन आयुक्त दीपेंद्र चौधरी से वर्तमान में चल रहे वाहनों का विस्तृत ब्योरा भी तलब कर लिया था।