उत्तराखंड में लॉकडाउन तेजी से सफलता की ओर डग भरता दिख रहा है। एक तरफ जहां ठीक होने वालों की रफ्तार बढ़ी है वहीं संक्रमण दर नीचे जा रही है। साथ ही संक्रमित संख्या दोगुनी होने की रफ्तार भी लगातार कम हो रही है। राज्य में अब तक कोरोना के 61 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें 39 ठीक हो गए हैं। इसके अलावा दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव पाए गए कैंसर पीड़ित बुजुर्ग भी ठीक हो चुके हैं। उत्तराखंड में रिकवरी रेट फिलहाल 64 प्रतिशत है, जबकि देश में यह 28 फीसद के करीब है।
उधर, प्रदेश कैबिनेट की बैठक में आज तीन महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें में एक ये रहा कि शराब पर कोविड टैक्स और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफे करने की मोहर लगा दी गई। कैबिनेट बैठक में शराब पर 20 से 200 रुपये की बढ़ोतरी का फैसला लिया गया है, जबकि विदेश से लाई जाने वाली शराब पर 475 रुपये और देशी पर 20 रुपये प्रति बोतल की बढ़ोतरी की गई है। वहीं, पेट्रोल पर 2 रुपये और डीजल पर एक रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। कैबिनेट की बैठक में यह भी तय हुआ है कि बाहरी राज्यों के लोग हरिद्वार में अस्थि विसर्जन कर सकेंगे। अस्थि विसर्जन करने के लिए अधिकतम दो लोग ही आ सकते हैं।
स्वास्थ्य सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश में केस दोगुने होने में भी अब ज्यादा वक्त लग रहा है। पिछले सात दिन के आधार पर विश्लेषण करें तो उत्तराखंड में डबलिंग रेट 71 दिन का है। जबकि देश में यह दर 11 दिन है। यह बात भी उम्मीद जगाती है। प्रदेश में संक्रमण दर में भी लगातार गिरावट दर्ज की गई है। अभी तक उत्तराखंड में 8199 सैंपल की जांच की गई है। जिनमें 0.74 फीसद की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। शुरुआत में जहां संक्रमण दर पांच फीसद से ऊपर थी, वर्तमान स्थिति अच्छे संकेत दे रही है। क्योंकि देश में संक्रमण दर अभी भी चार फीसद के करीब है।
प्रदेश में कोरोना अब चार जिलों तक सीमित है। जिनमें देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर शामिल हैं। प्रदेश के सात पर्वतीय जिलों में अब तक कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है। जबकि पौड़ी व अल्मोड़ा में 1-1 मरीज सामने आया था। यह दोनों ही अर्से पहले स्वस्थ हो चुके हैं और अल्मोडा़ में 32 व पौड़ी गढ़वाल में 43 दिन से कोई नया मामला नहीं है।
राज्य में आज लगातार तीसरे दिन भी कोरोना का कोई नया केस सामने नहीं आया है। जांच रिपोर्ट में 481 सैंपल निगेटिव मिले हैं। जबकि 257 सैंपलों की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है। प्रदेश में संक्रमण के दोगुना होने की दर 71 दिन हो गई है। देहरादून, हल्द्वानी, श्रीनगर, एम्स ऋषिकेश और निजी पैथोलॉजी लैब से 481 सैंपलों की रिपोर्ट मिली है। किसी भी सैंपल में कोरोना संक्रमण नहीं मिला है। पूरे प्रदेश से 258 सैंपल लांच के लिए भेजे गए हैं। इस समय पूरे प्रदेश में आठ हजार से अधिक लोग होम क्वैरंटाइन हैं जबकि तीन हजार लोग फैसिलिटी क्वैरंटाइन में हैं।