कल पहली जून से भारतीय रेलवे 200 स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रही है। ये ट्रेनें श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से अलग होंगी। इन ट्रेनों के टिकट इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन की वेबसाइट और मोबाइल ऐप के अलावा रिजर्वेशन काउंटर और टिकट एजेंट्स से भी लिए जा सकते हैं। ये पूरी तरह से आरक्षित ट्रेनें होंगी, जिनमें एसी, नॉन एसी दोनों तरह के कोच होंगे। सामान्य कोच में बैठने के लिए भी सीटें होंगी। इन ट्रेनों में रिजर्वेशन 30 दिन की बजाय 120 दिन पहले से हो सकेगा। यात्रा के दौरान डेस्टिनेशन सिटी का पता बताना होगा। कोई कठिनाई पड़ने पर हेल्पलाइन नंबर 139 और 138 पर संपर्क किया जा सकता है।
रेलवे की घोषणाओं के मुताबिक, सिर्फ कन्फर्म/RAC टिकट वाले पैसेंजर्स को ही स्टेशन के भीतर आने और ट्रेन में चढ़ने दिया जाएगा। जिन्हें यात्रा करनी है, उनको ट्रेन रवाना होने से 90 मिनट पहले स्टेशन जरूर पहुंच जाना होगा। रेलवे स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट के वक्त स्क्रीनिंग होगी। इसके अलावा हमेशा मास्क पहने रखना होगा। रेलवे यात्रियों से किसी तरह का कैटरिंग चार्ज किराये में नहीं वसूलेगा। ट्रेन में यात्रियों को कंबल, चादर या तकिया नहीं मिलेगा। निर्देश हैं कि यात्री आरोग्य सेतु ऐप इंस्टॉल करें और सोशल डिस्टेंसिंग को सख्ती से फॉलो करें। रेल मंत्री पीयूष गोयल आगाह कर चुके हैं कि गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों, गर्भवती महिलाओं और 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को बहुत आवश्यक होने पर ही ट्रेन से यात्रा करनी है। रेल मंत्रालय ने भी एक बयान जारी कर लोगों से अपील की है कि केवल आवश्यक होने पर ही यात्रा करें।
कल सोमवार को इन 200 स्पेशल ट्रेनों का किराया सामान्य होगा और आरक्षित होने के कारण सामान्य कोचों के लिए सेकेंड सीटिंग (2S) का किराया लिया जाएगा और सभी यात्रियों को सीट उपलब्ध कराई जाएगी। इन ट्रेनों में पार्सल और सामान की भी बुकिंग हो सकेगी। इसके अलावा करंट बुकिंग, रोड साइड पड़ने वाले स्टेशनों के लिए सीटों का तत्काल कोटा आवंटन जैसे नियम नियमित ट्रेनों के टाइम टेबल के मुताबिक ही होंगे। गौरतलब है कि लॉकडाउन के बीच रेलवे ने 25 मार्च को सभी यात्री रेलगाड़ियों का संचालन रोक दिया था। एक मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलनी शुरू हुई हैं।