दिल्ली में विधानसभा चुनाव में 11 फरवरी को वोटों की गिनती होगी। मतगणना की कड़ी में सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जाएगी। सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी, 9 बजे से सीटों के रुझान आने शुरू हो जाएंगे। मतगणना के लिए केंद्रों की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। दिल्ली वालों के साथ देशभर के लोगों को इंतजार है कि आखिर दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) के सामने दोबारा से सरकार में आने की चुनौती है तो बीजेपी को उम्मीद है कि वह 20 साल के राजनीतिक वनवास को खत्म करके राज्य की सत्ता में लौटेगी। देखना दिलचस्प होगा कि लगातार 15 साल सरकार चला चुकी कांग्रेस के प्रति दिल्ली की जनता कितना भरोसा जताती है।
सभी एक्जिट पोल में आम आदमी पार्टी की प्रचंड जीत की भविष्यवाणी की गई है। ज्यादातर सर्वे एजेंसियों का अनुमान है कि 70 सीटों वाले विधानसभा में आम आदमी पार्टी 55 या इससे ज्यादा सीटें जीत सकती है। एक्जिट पोल देखकर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता काफी उत्साह में दिख रहे हैं। इसी बीच दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम आने से पहले सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को जीत का जश्न मनाने के दौरान पटाखे न जलाने की नसीहत दी है।
पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि मंगलवार को आने वाले चुनावी नतीजों के बाद जीत का जश्न मनाने की तैयारियां हो रही हैं लेकिन केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं से पटाखे न जलाने को कहा है क्योंकि इससे प्रदूषण होता है। आईटीओ पर स्थित पार्टी मुख्यालय में जीत का जश्न मनाने के लिए मिठाइयां और नमकीन मंगाई गई हैं।
बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और वेस्ट दिल्ली से बीजेपी सांसद परवेश वर्मा ने दावा किया है कि सारे एग्जिट पोल गलत साबित होंगे। दोनों नेताओं ने दावा किया है कि दिल्ली की जनता ने बीजेपी के प्रति भरोसा जताया है और उनकी पार्टी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। इस चुनाव में कांग्रेस पहले से ही अलग-थलग है। लगता है इस पार्टी के नेता पहले से ही हार मान चुके हैं। एग्जिट पोल आने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी कह चुके हैं कि अगर आप की जीत होती है तो यह विकास की जीत होगी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की हार के साथ सांप्रदायिक अजेंडे खत्म हो जाएंगे।