माइक्रो वीडियो प्लेटफार्म टिकटॉक को टक्कर देने वाला एप मित्रों अब गूगल प्ले स्टोर से गायब हो गया है। यह साफ नहीं हो पाया है कि मित्रों एप को प्ले स्टोर से गूगल ने हटाया है या खुद एप डेवलपर ने इसे प्ले स्टोर से अनपब्लिश किया है। अगर आपके फोन में मित्रों एप मौजूद है तो इसे तुरंत डिलीट कर दें क्योंकि अब यह गूगल द्वारा वेरिफाइड एंड्रॉयड एप नहीं है।
गूगल प्ले स्टोर पर मित्रों एप के कई फेक वर्जन उपलब्ध हैं जिन्हें डाउनलोड करने से लोगों को बचना चाहिए। मित्रों एप टिकटॉक के देसी वर्जन के तौर पर लॉन्च किया गया था। मित्रों एप की लोकप्रियता का आलम यह रहा कि एक महीने के अंदर ही इस एप के डाउनलोड की संख्या 50 लाख के पार पहुंच गई। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि मित्रों एप पाकिस्तानी कंपनी क्यूबॉक्सस द्वारा बनाए गए टिक टिक एप का रीपैकेज्ड वर्जन है। टिक टॉक एप से मुकाबले के लिए इस समय दुनिया भर में बहुत से लोग प्रयास कर रहे हैं, जिसमें पाक का टिक टिक भी शामिल है।
अब मित्रों एप प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं है। यह भी साफ नहीं हो सका है किस वजह से और किसके द्वारा यह एप प्ले स्टोर से हटाया गया है। इरफान शेख क्यूबॉक्सस के सीईओ और फाउंडर हैं। इस कंपनी ने ही पाक में चलने वाला टिकटिक एप बनाया है। इरफान ने बताया है कि उन्होंने मित्रों एप के डेवलपर को टिक टिक का सोर्स कोड 34 डॉलर (करीब 2,500 रुपये) में बेच दिया था। क्यूबॉक्सस की डेवलपर टीम के एक सदस्य ने बताया है कि भारत में यह टिक टिक एप की कॉपी की खरीद शिवांक अग्रवाल नाम से की गई है। इस एप की दोबारा ब्रांडिंग करके मित्रों के नाम से पेश कर दिया गया है।