सब बने-बने रहू, कोई बात रही त बताहू, कोरोना ल भगाना है, निःशुल्क, निस्वार्थ, सेवाभाव बालोद (छत्तीसगढ़) के क्वारंटीन सेंटरों व गांवों में दिख रही है, जहां कोरोना को हराने महिलाएं लोगों को जागरुक कर रही हैं। चाहे प्रवासी मजदूर हो या गांव के लोग, सभी का हौसला बढ़ा रही हैं। महिला कमांडो जिले में निशुल्क व निस्वार्थ सेवाएं देते हुए रोजाना 4 घंटे समय निकालकर क्वारेंटाइन सेंटरों में पहुंचकर लोगों की स्वास्थ्य संबंधित जानकारी ले रही हैं। जिन गांवों में क्वारेंटाइन सेंटर नहीं बना है, वहां सोशल डिस्टेंस का पालन कर महिलाएं घर-घर लोगों को कोरोना से बचने के उपाय बता रही हैं। ऐसा जिले के सिर्फ एक-दो गांव नहीं बल्कि 125 से ज्यादा गांवों में हो रहा है। जहां महिला कमांडो स्वेच्छा से पहल कर रही है।
लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए अपना कार्य कर रही हैं। महिा कमांडों जागरूक कर रहीं है कि लोग अपने-अपने घरों में रहें तथा अति आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। डरें नहीं बल्कि सतर्क रहें। जिले के 5 ब्लॉक बालोद, गुंडरदेही, गुरूर, डौंडी व डौंडीलोहारा ब्लॉक के गांवों में महिला कमांडो कोरोना से बचाव के लिए लोगों को समझाइश दे रही हैं कि कोरोना से डरने का नहीं बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखें। क्वारेंटाइन सेंटरों के समीप जाकर महिला कमांडो बाहर से आए हुए प्रवासी मजदूरों, बच्चों का हालचाल पूछ कर उनका हौसला बढ़ा रही है।
पद्मश्री शमशाद बेगम का कहना है कि अभी मेरी जानकारी में 125 गांवों में महिला कमांडो सेवा कार्य कर रही हैं। जिलेभर में 12 हजार 500 महिला कमांडो हैं, 700 से ज्यादा गांव है। इसलिए सेवाकार्य के उद्देश्य से जरूरत के हिसाब से जिला प्रशासन से मांग की गई है कि क्वारेंटाइन सेंटरों में महिला कमांडो की ड्यूटी लगाई जाए। जिससे सभी सुरक्षित रहें, कोई नियम का उल्लंघन न कर सकें। अनहोनी घटना न हो।
सिरपुर की महिला कमांडो टीम खाना बनाकर क्वारेंटाइन सेंटर में सेवा कार्य कर रही है। निगरानी भी कर रही है। निर्मला साहू कहती हैं हमारे गांव के क्वारेंटाइन सेंटर में जो लोग रुके हैं हमारी ही भाई-बहन हैं हम लोग उनको निशुल्क भोजन पका कर दे रहे हैं। जेवरतला की महिला कमांडो टीम सेवा कार्य कर रही हैं। जागरुकता अभियान के अलावा सेंटर की मॉनिटरिंग की जा रही है। यहां की महिला कमांडो अध्यक्ष ढलेश्वरी व टीम के सदस्य कहते है कि अभी सभी का मनोबल बढ़ाना जरुरी है, ताकि इसका मुकाबला कर सकें। भिलाई गांव की महिला कमांडो अध्यक्ष सूरजा यादव ने बताया छोटी सी मदद कर रहे है। ताकि सभी के चेहरे पर इस संकट के दौर में मुस्कान बनी रहें। राशन बांटे है, कोई भूखा न रहें। लोगों की मनोबल भी बढ़ाते रहते हैं। जिससे हम भी शांति महसूस करते हैं।