नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर बीदर (कर्नाटक) के एक स्कूल में नाटक का मंचन करने पर शिक्षिका फरीदा बेगम और छात्रा की मां अनुजा मिंशा को गिरफ्तार कर उन पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। फरीदा शाहीन ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के स्कूल की प्रधानाध्यापिका हैं। अनुजा की बच्ची पर आरोप है कि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि बिगाड़ने वाला भाषा का इस्तेमाल किया। विगत 21 जनवरी को स्कूल में कक्षा 4, 5 और 6 के छात्रों ने वह नाटक प्रस्तुत किया था।
नाटक के मंचन के दौरान छात्रा ने पीएम मोदी के खिलाफ कथित रूप से टिप्पणी की थी। इस नाटक की एक विडियो क्लिप भी वायरल हुई जिसके बाद बीदर के रहने वाले नीलेश रक्षयाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। स्कूल डायरेक्टर यूसुफ अहमद ने कहा कि पुलिस अधिकारियों की एक टीम गुरुवार शाम स्कूल पहुंची और अनुजा-फरीदा से पूछताछ की। इसके बाद जिन बच्चों ने नाटक में भाग लिया था, उनसे भी दो घंटे तक पूछताछ हुई। उसके बाद पुलिस ने अनुजा और फरीदा को गिरफ्तार कर लिया।
डीएसपी बसवेश्वर हीरा ने बताया कि देर रात उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया गया। पूछताछ के दौरान, पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि मां ने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ बयान स्क्रिप्ट का हिस्सा नहीं था और कक्षा 6 की छात्रा ने इसे घर पर नागरिकता कानून को लेकर हो रही चर्चा से उठाया था। एक पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि छात्रा ने भी कथित रूप से यह बात मान ली है। पुलिस ने बच्ची की मां को वह शब्द सिखाने के लिए गिरफ्तार किया है, जो स्क्रिप्ट का हिस्सा नहीं था और टीचर ने इसे ऐसे ही जारी रहने दिया। स्कूल डायरेक्टर शिक्षिका और बच्ची की मां जमानत के लिए आवेदन करने जा रहे हैं।