आज, शुक्रवार को उत्तराखंड के वन मंत्री हरक सिंह रावत की आंखों के सामने उनके गृह क्षेत्र में बेस अस्पताल श्रीकोट के ऊपर गंगानाली से सटे जंगल में आग की ऊंची लपटें उठने लगीं। वन मंत्री का कहना है कि इस बार अभी तक लगभग डेढ़ सौ हेक्टयर जंगल ही जला है। डीएफओ स्तर पर लगातार इसकी मोनिटरिंग चल रही है। वन पंचायतों के माध्यम से आग बुझाने का कार्य चल रहा है। हमारी कोशिश है कि आग और अधिक नहीं फैल पाए। श्रीकोट गंगानाली में वन मंत्री डा.हरक सिंह रावत का आवासीय भवन भी है। इसी आवासीय बस्ती से सटे जंगल में आग लगने व वन मंत्री का दौरा होने पर सिविल सोयम वन प्रभाग के अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए।
वन विभाग की टीम आग बुझाने की कोशिश में जुटा है लेकिन तेज हवा के कारण लपटें काबू नहीं हो सकी हैं। आग ने एक किलोमीटर से अधिक के क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है। श्रीनगर और श्रीकोट के आसपास के जंगलों में आए दिन आग लगने की घटनाएं होती रहती हैं। शुक्रवार सुबह श्रीकोट पंपिंग पेयजल योजना के स्टोरेज टैंक के समीप अचानक धुंआ उठा। जिससे लगता है कि किसी ने यहां आग सुलगाई। कुछ ही देर में आग तेजी से फैल गई। आग में जंगल जलने लगा। आग विकराल होने पर जंगल में मवेशी ले गए लोग किसी तरह वापस लौटे।
प्रभागीय वनाधिकारी संतराम ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलते ही टीम को मौके पर भेज दिया गया लेकिन हालात काबू में नहीं आ सके हैं। उनकी मदद के लिए दूसरी टीम भी भेजी जा रही है। इस साल ठीक ठाक बारिश होने और लॉक डाउन के दौरान पर्यावरण में सुधार होने की वजह से दावानल की घटनाएं कम हुई हैं।