डिजिटल और नई टेक्नोलॉजी तेजी से बिजनेस के तरीकों में बदलाव ला रही हैं। इसलिए कंपनियों को अपने बोर्ड के सदस्य के रूप में ऐसे लोगों की जरूरत है, जो नई तकनीक प्रबंधन में कुशल हों। कंपनी के बोर्ड के पुराने सदस्य भी नई भर्तियों की सलाह दे रहे हैं। इसके चलते भी बोर्ड में युवाओं की मौजूदगी बढ़ रही है। पिछले छह महीनों में स्टेलर सर्च की एमडी शैलजा दत्त को 50 साल से कम उम्र के छह लोगों को डायरेक्टर के रूप में चुनने का काम मिला है। दत्त बताती हैं कि कंपनियां युवा लोगों को नियुक्त करना चाहती हैं, जो युवाओं और नई टेक्नोलॉजी की समझ रखते हों।
प्राइम डाटाबेस पोर्टल एनएसईइंफोबेस डॉट कॉम का कहना है कि कंपनियां अपने बोर्ड में युवा डायरेक्टरों को जगह दे रही हैं। युवा डायरेक्टर प्रबंधन को नई टेक्नोलॉजी और डिजिटल दुनिया के बारे में सही सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा वे युवाओं को ज्यादा समझते हैं। एएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों के बोर्ड में 50 साल और इससे कम उम्र के डायरेक्टरों की संख्या 2019 में बढ़कर 1,156 हो गई। 2013 में यह संख्या 794 थी। इस दौरान 55 साल और इससे कम उम्र के डायरेक्टर की संख्या 1310 से बढ़कर 1779 हो गई।
आधुनिक कंपनी विशेषज्ञों का कहना है कि बोर्डरूम की क्षमता के लिहाज से नई टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसी चीजें काफी महत्वपूर्ण होने जा रही हैं। एक समूह के रूप में जब नए डायरेक्टर पर कंपनियां विचार करती हैं तो वह ऐसे लोगों को चुनना चाहती हैं जिन्हें डिजिटल और संबंधित विषयों का कुशल अनुभव हो।