यह कोरोनाकाल की पहली गर्मी है। सामान्य तौर पर जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक से लेकर डायरिया और पसीने के कारण स्किन में एलर्जी जैसी कई तरह की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। इस बार कोरोना के कारण इन दिक्कतों के साथ कुछ अलग तरह के कॉम्पलिकेशन भी दिखाई देंगे। हेल्थ एक्सपर्ट्स के सुझाए दिनभर के रूटीन को अपनाकर आप गर्मियों में हेल्दी रह सकते हैं।
एक्सपर्ट्स की राय है कि विटामिन सी के लिए नींबू, संतरा आंवला जैसे फलों का सेवन करें। दिल्ली के स्वस्थ अस्पताल की डॉक्टर माधवी ठोके का मानना है कि विटामिन सी किसी भी तरह के इंफेक्शन को रोकने और इम्युनिटी बढ़ाने में बहुत मददगार होता है। डॉ. माधवी कहती हैं कि विटामिन सी के लिए नींबू, संतरा, मौसमी, किन्नू, स्ट्रॉबरी, जामुन, आंवला जैसे फलों का नियमित सेवन करें। इसके अलावा विटामिन बी और जिंक का सेवन किसी भी इंफेक्शन को रोक सकता है। धूप से मिलने वाला विटामिन-डी कोरोना से लड़ने में बहुत सहायक है। क्योंकि यह टी-सेल के निर्माण में सहायता करता है। डॉक्टर माधवी बताती हैं कि यही टी-सेल इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने में बेहद मददगार होती है। जो कोरोना वायरस से लड़ने में फ्रंटलाइन वॉरियर का काम करती है।
आयुर्वेद चिकित्सक और बीमारियों पर 10 से ज्यादा किताबों के लेखक डॉक्टर अबरार मुल्तानी के अनुसार धूप हमारे शरीर के लिए अमृत है। धूप लेने को आयुर्वेद में अताप स्नान कहा गया है।
सामान्य तौर सुबह 7 से 10 बजे के बीच 10-15 मिनट धूप सेंकने से विटामिन-डी का निर्माण शरीर में होने लगता है। डॉक्टर मुल्तानी गुनगुना पानी भी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बहुत बढ़िया मानते हैं। उनका कहना है कि यह पाचन और मेटाबॉलिज्म को सही रखता है। इसके अलावा फेफड़ों तथा गले को स्वस्थ रखता है। कोशिश करें कि जब भी प्यास लगे तो कुनकुना पानी ही लें। फ्रिज के ठंडे पानी को अवाइड करें। सीके बिरला हॉस्पिटल, नई दिल्ली के इंटरनल मेडिसिन विभाग के कंसल्टेंट डॉ. तुषार तायल के अनुसार डिहाइड्रेशन यानी पानी की कमी। पानी तीन तरह से शरीर से कम होता है- 1. पसीने से, 2. किसी शारीरिक एक्टीविटी के माध्यम से और 3. आपकी सांस से। इन उपायों को अपनाकर आप खुद को हाइड्रेट रख सकते हैं- रूटीन ऐसा बनाइए कि बिना प्यास लगे भी पानी पिएं।
डॉ. तुषार कहते हैं कि इससे चक्कर और कमजोरी आती है। नियमित रूप से यह स्थिति रहने से जान जाने का खतरा भी रहता है। चूंकि गर्मी में किसी भी तरह की एक्टिविटी में पसीना निकलता है और हम डिहाइड्रेट महसूस करते हैं। कुछ उपायों को अपना कर आप खुद को हाइड्रेट रख सकते हैं। डॉ. तुषार के मुताबिक, यदि आप घर पर भी हैं तब भी दिनभर में आधा लीटर पानी सांस के माध्यम से और आधा लीटर पानी पसीने के जरिए निकल जाता है। जब भी आपको प्यास लगती है तो इसका मतलब होता है आप 2 फीसदी डीहाइड्रेशन के शिकार तो हो ही चुके होते हैं।
इसके अलावा रूटीन ऐसा बनाइए कि बिना प्यास लगे भी दिनभर में नियमित अंतराल में पानी पीते रहिए। इससे आपके शरीर से जो पसीना निकल रहा है उसकी लगातार भरपाई होती रहेगी।
खीरा, तरबूज, खरबूज जैसे फलों का सेवन करें डॉ. तुषार कहते हैं कि इसी तरह यदि आप वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं तो एक वॉटर बोतल पूरे समय अपने बाजू में रखें। नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें। हो सके तो इसके लिए कोई अलॉर्म लगा लें जो आपको पानी पीने के बारे में रिमाइंड करवाता रहे। खीरा, तरबूज, खरबूज जैसे फलों का सेवन करें जिनमें काफी मात्रा में वाटर कंटेंट होता है। ज्यादा मात्रा में चाय-कॉफी पीने से बचें। इसकी जगह लस्सी, छाछ, ताजे फलों के जूस को दिनचर्या में शामिल करें।
डॉ. तुषार के मुताबिक, ब्रेकफास्ट को किसी भी हालत में अवॉइड न करें। मसालेदार खाने से बचें। कम से कम दो बार नहाने की कोशिश करें। बहुत लंबे समय के लिए एसी रूम में बैठने से बचें। एसी के एयर फिल्टर नियमित रूप से साफ करते रहें। सुबह अपने कमरे की खिड़कियां जरूर खोलें ताकि क्रॉस वेंटिलेशन की प्रक्रिया हो, ताजी हवा कमरे में आए। यदि बाहर जाना हो तो हमेशा एक गिलास पानी पीकर ही बाहर निकलें।