चीन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही देहरादून की एक इक्कीस वर्षीय छात्रा में भी कोरोना वायरस के लक्षण मिलने के बाद उसको ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है। उसका ब्लड सैंपल परीक्षण के लिए पुणे भेजा गया है। छात्रा गत 16 जनवरी को चीन से लौटी है। उधर, उत्तराखंड-नेपाल सीमा स्थित मेलाघाट में कोरोना वायरस स्क्रीनिंग कैंप में 27 लोगों की आज जांच की गई। किसी में वायरस का कोई लक्षण नहीं मिला। नेपाल के बाबाथान की संदिग्ध बुखार से पीड़ित एक अन्य युवती किरन से फोन से संपर्क कर स्वास्थ्य की जानकारी लेने का प्रयास किया गया।
चीन से लौटी एमबीबीएस छात्रा को देहरादून में घर पहुंचकर सर्दी-बुखार होने पर डॉक्टर को दिखाया गया लेकिन रात में उसकी हालत बिगड़ने लगी तो दून अस्पताल ले जाया गया। जांच के दौरान उसके फेफड़े में स्पॉट मिलते ही तुरंत उसे ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया गया। वहां छात्रा में कोरोना वायरस जैसे लक्षण मिलने पर अलग वार्ड में रखने के साथ ही देहरादून से एसीएमओ डॉ. एनके त्यागी के साथ चिकित्सकों टीम ऋषिकेश एम्स पहुंच गई। तुरंत छात्रा का सैंपल नेशनल वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट पुणे भेजा दिया गया। अब एम्स ऋषिकेश को शनिवार तक सैंपल रिपोर्ट मिलने की प्रतीक्षा है। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल के मुताबिक, छात्रा की हालत फिलहाल नियंत्रण में है।