देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण सेनेटाइजर की खपत अचानक बढ़ गई है। ऐसे में तरह-तरह की अफवाहों को भी पंख लग गए हैं। अस्पताल से लेकर हर घर में सेनेटाइजर का उपयोग हो रहा है, ऐसे में यह जानना जरूरी हो गया है कि क्या इसके लंबे समय तक उपयोग से कैंसर या त्वचा रोग का खतरा हो सकता है। भारत सरकार की संस्था पीआईबी की फैक्ट चेक टीम के मुताबिक सेनेटाइजर के लंबे समय तक उपयोग की वजह से किया जा रहा यह दावा पूरी तरह से गलत है। सेनेटाइजर का इस्तेमाल किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता है।
हैंड सेनेटाइजर में अगर 70 प्रतिशत अल्कोहल की मात्रा हो तो उसे कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने में कारगर इस्तेमाल वाला विकल्प बताया जाता है। कोरोना वायरस के संक्रमण को देश में फैलने से रोकने के लिए सरकार ने सेनेटाइजर का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। इसके साथ ही कहा गया है कि साबुन से कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ धोना चाहिए। इसके साथ ही लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के लिए भी कहा गया है।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के इस दौर में डॉक्टर लोगों को बार-बार हाथ धोने या सेनेटाइजर से हाथ साफ़ रखने की सलाह दे रहे हैं। कोरोना संकट के इस दौर में अफवाहों का बाजार भी गर्म है। इस बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक मैसेज में सेनेटाइजर के लंबे समय तक इस्तेमाल से कैंसर और त्वचा संबंधी रोग होने का दावा किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर एक अखबार की कटिंग शेयर की जा रही है, जिसकी हेडलाइन है- ‘सेनेटाइजर खतरनाक, साबुन का करें उपयोग।’ इस खबर में दावा किया गया है कि एक शोध में खुलासा हुआ है कि सेनेटाइजर के 50-60 दिन लगातार इस्तेमाल करने से कैंसर-त्वचा रोग का खतरा बढ़ जाता है।