एसआईटी ने रानीपुर, पथरी, भगवानपुर, पिरान कलियर थाने में चार आईटीआई, दो कॉलेज संचालकों समेत दस संस्थानों के खिलाफ केस फाइल करा दिया है। इससे प्रदेश के आईटीआई संचालकों में अफरातफरी की सूचना है। एसआईटी कई आरोपियों की गिरफ्तारी भी कर चुकी है।
एसआईटी ने रविवार को कोतवाली रानीपुर में प्राइवेट आईटीआई भेल स्टेट रानीपुर के खिलाफ छात्रवृत्ति की रकम हड़पने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया। आरोप है कि वर्ष 2011 से 2017 के शैक्षणिक सत्र में छात्रों के फर्जी दाखिले दिखाकर 21 लाख की रकम हड़पी गई। इसी तरह रूबराज इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज शाहपुर शीतलाखेड़ा, पथरी ने भी छात्रवृत्ति के नाम पर 48 लाख की रकम डकार ली। एसआईटी ने पथरी थाने में आईटीआई प्रबंधन के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं, भगवानपुर थाने में रुहालकी दयालपुर स्थित ओम संतोष पैरामेडिकल प्राइवेट आईटीआई के खिलाफ एसआईटी के दरोगा राजेंद्र सिंह ने मुकदमा दर्ज किया है। आईटीआई पर वर्ष 2015-16 और 2016-17 में छात्रवृत्ति का एक करोड़ 48 लाख 17 हजार 458 रुपये का गबन करने का आरोप है।
कृष्णा आईटीआई, भगवानपुर के संचालक के खिलाफ भी एसआईटी के दरोगा शैलेंद्र ममगाईं ने मुकदमा दर्ज कराया है। आईटीआई पर छात्रवृत्ति का 24 लाख 90 हजार 763 रुपये गबन करने का आरोप है। इसी तरह भगवानपुर के खेड़ी शिकोहपुर स्थित गुरुनानक एजुकेशन ट्रस्ट ऑफ इंस्टीट्यूट के खिलाफ वित्त वर्ष 2014-15 और 2016-17 में छात्रवृत्ति के तीन करोड़ 21 लाख 30 हजार 300 रुपये गबन के आरोप में एसआईटी के दारोगा राजेंद्र सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया है।
थानाध्यक्ष भगवानपुर मनोज मगगाईं के मुताबिक एसआई के दरोगाओं की तहरीर पर संबंधित आईटीआई पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, सोहलपुर सिकरोढ़ा स्थित भारती आईटीआई के खिलाफ एसआईटी के दारोगा कमल कुमार लुंठी ने पिरान कलियर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। थानाध्यक्ष प्रकाश पोखरियाल ने बताया कि आईटीआई प्रशासन ने छात्रों के फर्जी प्रवेश दिखाकर समाज कल्याण विभाग से करीब 50 लाख की छात्रवृत्ति धनराशि गबन की है। पुलिस ने संस्थान के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।