लखनऊ में घंटाघर पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरुद्ध अनिश्चितकालीन धरना दे रहीं महिलाओं के आंदोलन में शामिल उर्दू के जाने-माने शायर मुनव्वर राणा की बेटियां सुमैयो राणा और फौज़िया राणा के खिलाफ पुलिस ने ‘दंगा करने’ और ‘गैरकानूनी ढंग से एकत्र होने’ के तीन केस दर्ज किए हैं। इस केस की जद में दर्जनों लोग शामिल हैं।
विगत रात लगभग 50 महिलाओं ने घंटाघर पर धरना देना शुरू किया था, लेकिन जल्द ही भीड़ बढ़ती गई और ढेरों महिलाएं और बच्चे उनके साथ आकर बैठते गए। पुलिस की शिकायतों में 100 से ज़्यादा अनाम प्रदर्शनकारियों पर भी ‘सरकारी अधिकारी द्वारा उचित तरीके से जारी किए गए आदेश की अवज्ञा करने’, ‘सरकारी अधिकारी पर हमला कर अथवा बलप्रयोग द्वारा अपने कर्तव्य का पालन करने से रोकने’ का आरोप लगाया गया है। जिस घटना को इन आपराधिक मामलों का आधार माना जा रहा है, वह दरअसल एक महिला कॉन्स्टेबल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत है। उसने आरोप लगाया है कि प्रदर्शनकारियों ने उसके साथ हाथापाई की। जिन प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर महिला कॉन्स्टेबल को धक्का दिया और उसके साथ दुर्व्यवहार किया, उन पर दंगा करने और गैरकानूनी ढंग से एकत्र होने के आरोप लगाए गए हैं। (फोटो में राणा की बेटी सुमैया और अखिलेश यादव की बेटी टीना की दोस्त वारिसा)