कोरोना महामारी के बीच एक ओर महाराष्ट्र की राजनीति में सत्ता की हलचल तेज हो गई है। दूसरी तरफ पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल की पहली सालगिरह 30 मई को मनाई जाएगी, जिसे लेकर केंद्र सरकार कोरोना के बीच डिजिटल रैली करेगी, उपलब्धियां गिनाने के लिए 1000 से ज्यादा ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस होंगी।
फिलहाल, महाराष्ट्र में ताजा हालात ये हैं कि मातोश्री से लेकर राजभवन तक बैठकों का दौर जारी है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार जहां गवर्नर से मिले, वहीं मातोश्री में भी उद्धव ठाकरे के साथ करीब डेढ़ घंटे तक मंत्रणा करते रहे। उधर, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता नारायण राणे ने भी राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से उनके आवास पर मुलाकात की। वहीं कुछ दिन पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत भी राज्यपाल से मिले थे। इन सब घटनाक्रम के बीच आज सुबह शरद पवार ने बयान जारी कर कहा कि उद्धव सरकार के ऊपर कोई खतरा नहीं है। कांग्रेस की मदद से सरकार स्थिर है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बातचीत में कहा है कि सरकार के ऊपर कोई खतरा नहीं है। कांग्रेस की मदद से सरकार स्थिर है। जो अटकलें लगाई जा रही हैं, वह बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि मैं राज्यपाल से मिलने जरूर गया था, लेकिन यह शिष्टाचार भेंट थी। तमाम विषयों पर उनसे बातचीत हुई। मुझसे राज्यपाल ने कहा कि सीएम उद्धव ठाकरे अच्छा काम कर रहे हैं। उद्धव से मातोश्री से मिलने पर लग रहीं अटकलों पर कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति पर बातचीत के लिए उद्धव से मिलने गए थे। कोरोना को लेकर यह बैठक हुई। मालेगांव में कोरोना की स्थिति पर भी चर्चा हुई। बाला साहेब की यादें भी ताजा हुईं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बन चुका है और अब तक राज्य में 50 हजार से ज्यादा मरीज कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। कोरोना का आंकड़ा हर दिन तेजी से बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में राज्य में प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी अब सीएम उद्धव ठाकरे की महाविकास आघाडी पर आक्रामक हो गई है। चर्चा है कि आज देर शाम महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करेंगे। संजय राउत ने कहा कि शरद पवार और सीएम उद्धव ठाकरे ने कल शाम मातोश्री में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने डेढ़ घंटे तक बातचीत की। अगर कोई सरकार की स्थिरता के बारे में खबरें फैला रहा है, तो इसे उनके पेट का दर्द माना जाना चाहिए। सरकार को कोई चिंता नहीं है।
सियासत की एक और सुर्खी केंद्र सरकार चला रही भाजपा की ओर से आ रही है। भारतीय जनता पार्टी मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली सालगिरह डिजिटल माध्यम से मनाने जा रही है।। सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए देशभर में वर्चुअल रैली और प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएंगी। पार्टी ने तय किया है कि कोरोना महामारी के कारण कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होगा। मोदी ने पिछले साल 30 मई को दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। बताया जा रहा है कि यह कार्यक्रम भी 30 मई से शुरू हो सकता है।
राज्य इकाइयों और अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं को भेजी चिट्ठी में पार्टी के जनरल सेक्रेटरी अरुण सिंह ने लिखा है कि सभी बड़े राज्यों की इकाइयां कम से कम 2 और छोटे राज्यों की इकाइयां कम से कम एक वर्चुअल रैली करेंगी। हर रैली में कम से कम 750 लोग शामिल होना चाहिए। देशभर में 1000 से ज्यादा ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस भी की जाएंगी। केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को मिलाकर 150 से ज्यादा नेता कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी फेसबुक लाइव से भाषण देंगे। इस कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
सरकार आत्मनिर्भरता पर जोर दे रही है। ऐसे में पार्टी के सदस्यों से लोकल और स्वदेशी अपनाने का संकल्प लेने को कहा गया है। उनसे केंद्र की ओर से कोरोनावायरस से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों को जनता तक पहुंचाने को भी कहा गया है। सूत्रों के मुताबिक, समारोह 30 मई से शुरू होगा और एक महीने तक चल सकता है। पार्टी की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि मोदी सरकार की दूसरी पारी का पहला साल कई ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा है। इसमें आर्टिकल 370 को हटाया जाना, तीन तलाक के खिलाफ कानून पास होना शामिल है। इसी दौरान राम मंदिर के निर्माण का रास्ता भी साफ हुआ है। सरकार की ये सभी उपलब्धियां इतिहास में स्वर्णाक्षरों से लिखी जाएंगी।