प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीडीपी के करीब 10 फीसद के बराबर 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान कर भारत को दुनिया के कोरोना संकट ग्रस्त अमेरिका, जापान, चीन जैसे बड़े देशों की बराबरी पर ले जा खड़ा किया है। गौरतलब है कि अमेरिका और जापान अपनी-अपनी जीडीपी के क्रमशः 13 और 21.1 प्रतिशत के आर्थिक पैकेज की घोषणा कर चुके हैं।
जापान और अमेरिका के बाद स्वीडन ने जीडीपी के 12 प्रतिशत और जर्मनी ने 10.7 प्रतिशत के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है। इस लिहाज से देखें तो भारत इस लिस्ट में पांचवें स्थान पर आ गया है। भारत के बाद 9.3प्रतिशत के साथ फ्रांस, 7.3प्रतिशत के साथ स्पेन, 5.7प्रतिशत के साथ इटली, 5प्रतिशत के साथ यूके, 3.8प्रतिशत के साथ चीन और 2.2प्रतिशत के साथ साउथ कोरिया का नंबर आता है।
पीएम मोदी ने बताया है कि सरकार के 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज में मार्च महीने में घोषित 1.70 लाख करोड़ रुपये का पैकेज भी शामिल है। उस पैकेज के तहत गरीबों को मुफ्त राशन, गरीब महिलाओं और बुजुर्गों को नकद सहायता का प्रावधान किया गया था। बाद में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी नीतिगत ब्याज दरों में कटौती और बाजार में तरलता बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों के जरिए आर्थिक मदद का ऐलान किया था। 1.70 लाख करोड़ रुपये का पहला पैकेज तो जीडीपी का महज 0.8प्रतिशत था जबकि आरबीआई की ओर से घोषित पैकेज 6.5 लाख करोड़ का और जीडीपी का 3.2प्रतिशत है। यानी, कुल 8.20 लाख करोड़ रुपये के साथ जीडीपी के करीब 4प्रतिशत के बराबर की रकम का पैकेज पहले ही दिया जा चुका है।