तमिलनाडु के पेरांबलूर में पुलिस ने नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे तमिल लेखक नेल्लई कन्नन को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि 29 दिसंबर को सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के प्रदर्शन में कन्नन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। तमिलनाडू में बीजेपी नेता और कार्यकर्ता लगातार नेल्लई कन्नन को गिरफ्तार किए जाने की मांग कर रहे थे।
तमिलनाडू में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया द्वारा नागरिकता संसोधन कानून के खिलाफ एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उसी दौरान तमिल लेखक नेल्लई कन्नन ने अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। उन्होंने कहा कि ‘मैं हैरान हूं कि देश के मुस्लिमों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की हत्या नहीं की है।’ इस घटना के बाद नेल्लई के खिलाफ हेट स्पीच के मामले में प्राथमिकी दर्ज हो गई।
गौरतलब है कि बीते 12 दिसंबर को सीएए को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई थी। तभी से दिल्ली समेत कई राज्यों में इसे लेकर विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। नए कानून के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत में शरण लिए हिंदू, सिख, जैन, पारसी, बौद्ध और इसाई शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान किया जाना है। इस कानून के तहत उन्हें ही नागरिकता दी जाएगी जो 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आ चुके हैं।
भाजपा प्रवक्ता नारायणन थिरुपाठी ने कहा है कि लेखक ने लोगों को हिंसा और हत्या के लिए उकसाने का प्रयास किया है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी का कहना है कि लोग प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं? किसके खिलाफ कर रहे हैं? यदि हिंदू पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारत नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे? वे इटली तो जाएंगे नहीं! सिख इटली नहीं जाएंगे। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें शरण दें और नागरिकता प्रदान करें।