समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और युवा नेता कन्हैया कुमार की लोकप्रियता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिंता में डाल दिया है। एजेंसी ने पीएम मोदी के एक क़रीबी के हवाले से लिखा है कि युवाओं और पहली बार वोट देने जा रहे वोटरों के बीच कन्हैया कुमार की लोकप्रियता से मोदी सरकार चिंतित है। रिपोर्ट में जानकारी देने वाले क़रीबी का नाम नहीं बताया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक़, अब केंद्र सरकार कन्हैया कुमार के व्यक्तिगत जीवन और उन्हें मिलने वाली फ़ंडिंग पर क़रीब से नज़र रख रही है। इस बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय से कई बार पूछताछ के बावजूद कोई जवाब नहीं मिल सका है।
अभी हाल में जेएनयू हिंसा पर कन्हैया कुमार ने ट्वीट किया है कि ‘कितनी बेशर्म सरकार है, पहले फ़ीस बढ़ाती है, विद्यार्थी विरोध करें तो पुलिस से पिटवाती है और छात्र तब भी न झुकें, तो अपने गुंडे भेजकर हमला करवाती है। जब से सत्ता में आई है, तब से देश के हर कोने में देश के विद्यार्थियों के ख़िलाफ़ इसने जंग छेड़ रखी है। सुनो साहेब, TV से जितना झूठ फैलाना है, फैला लो! जितना बदनाम करना है, कर लो! इतिहास यही कहेगा कि आपकी सरकार ग़रीबों के बच्चों के पढ़ने के ख़िलाफ़ थी और देश के विद्यार्थी आपकी इस साज़िश के ख़िलाफ़ उठ खड़े हुए क्योंकि उनकी रगों में गांधी, अम्बेडकर, भगतसिंह और अश्फ़ाक का ख़ून है।’