कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते बंद की गई देहरादून की सबसे बड़ी निरंजनपुर सब्जी मंडी को सोमवार से खोल दिया गया है। हालांकि मंडी को अभी पूरी तरह नहीं खोला गया है। मंडी प्रशासन की ओर से 75 फलों और 75 सब्जियों की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा जिन भी आढ़तियों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है, सिर्फ वही मंडी में दुकानें खोल सकेंगे।
उत्तराखंड में कोरोना की रोकथाम के लिए त्रिवेंद्र सरकार ने नया प्लान तैयार किया है। सरकार ने प्रदेश के हर नागरिक की स्क्रीनिंग कराने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 10 से 12 दिनों के भीतर राज्य के प्रत्येक व्यक्ति की मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी। सोमवार को मीडिया से चर्चा के दौरान सीएम रावत ने बताया कि उत्तराखंड में करीब 36 हजार का आंगबाड़ी स्टाफ है, साथ ही सरकारी कर्मचारी हैं। जिलाधिकारियों को इस ढंग से योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं, जिससे अगले 10-12 दिनों में हर नागरिक की स्क्रीनिंग करवाई जा सके। इसका मकसद समय रहते कोरोना पर काबू पाना है।
पिछले महीने तक देहरादून की निरंजनपुर सब्जी मंडी में 7 आढ़तियों और कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से प्रशासन में हड़कंप मच गया था। जिसके बाद 5 जून को एहतियातन मंडी को पूरी तरह बंद कर दिया गया था। देहरादून की सबसे बड़ी मंडी बंद होने के कारण व्यापारियों और ग्राहकों के लिए परेशानी खड़ी हो गई। सब्जी और फल विक्रेताओं ने अन्य जिलों से सामान लाना शुरू कर दिया। जिसकी वजह से आम जनता को ज्यादा दामों पर सब्जी और फल खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मंडी परिसर में पूरी तरह सैनिटाइजेशन के बाद सोमवार को कुछ बदलावों के साथ मंडी को खोल दिया गया है। डीएम डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि मंडी प्रशासन के साथ बैठक के बाद तय किया गया है कि फल और सब्जी की कुल 150 दुकानें खोली जाएंगी। जिनमें 75 फल और 75 सब्जियों की दुकानें होंगी। पहली शिफ्ट में सुबह 4 से 8 बजे तक दुकानें खोली जाएंगी और फिर एक घंटा मंडी को खाली करवाया जाएगा। उसके बाद 9 से 1 बजे तक दूसरी शिफ्ट के आढ़ती अपनी दुकानें खोल सकेंगे।
मंडी परिसर में कम से कम भीड़ जमा हो इसका भी ख्याल रखा जाएगा। फल और सब्जी के 50-50 लोडर वाहनों को ही प्रवेश दिया जाएगा। मंडी अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि मंडी खुलने से लोगों को काफी राहत मिलेगी। अभी तक मंडी के 157 व्यापारियों की कोरोना जांच निगेटिव आ चुकी है। जो भी व्यापारी अपनी कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट मंडी प्रशासन को देगा उसे ही दुकान खोलने की अनुमति दी जाएगी।
इस बीच कोटद्वार में मालिनी मार्केट और जिला पंचायत परिषद मार्केट सीज होने के बाद वहां पुलिस प्रशासन का कड़ा पहरा है। गोविदनगर सीज होने के बाद कोटद्वार बाजार की अधिकांश दुकानों में ताले लटके रहे। दो दिन पूर्व गोविदनगर निवासी एक व्यापारी और उनकी मां की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद प्रशासन ने गोविदनगर क्षेत्र को सीज कर दिया था। संक्रमित व्यक्ति की मालिनी मार्केट में तीन दुकानें थीं। ऐसे में रविवार सुबह प्रशासन ने मालिनी मार्केट व जिला पंचायत परिषद मार्केट को भी पूरी तरह सीज कर दिया था।
इस समय श्रीनगर गढ़वाल के बेस अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या पांच है। बेस चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केपी सिंह ने बताया कि यह विभिन्न अस्पतालों से यहां कोरोना वार्ड के लिए रेफर किए गए हैं। संदिग्ध कोरोना मरीजों की संख्या तीन है, जिनमें से दो संदिग्ध कोरोना मरीजों के सैंपल सोमवार को जांच के लिए भेजे गए। इस बीच सितारगंज (ऊधमसिंह नगर) में कैदियों के संक्रमित मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सेंट्रल जेल में कैदी और कर्मियों की कोरोना टेस्टिग का कार्य पूरा कर लिया है। अभी 341 कैदियों व कर्मियों की रिपोर्ट नहीं आई है जिसका जेल प्रशासन को बेसब्री से इंतजार है। रिपोर्ट न आने से जेल अधिकारी परेशान हैं। सेंट्रल जेल में 31 मई को पांच कैदी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। 11 जून को एक और कैदी संक्रमित मिला, जिसके बाद जेल में संक्रमितों की संख्या बढ़कर छह हो गई है।
उधर, पुरोला (उत्तरकाशी) निवासी 28 वर्षीय युवक लगभग 21 दिन पहले दिल्ली से घर लौटा था। युवक को 14 दिन के लिए संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था। संस्थागत क्वारंटीन अवधि पूरी करने के बाद युवक को होम क्वारंटीन में रहने की सलाह दी गई थी। दिल्ली से आकर क्वारंटीन सेंटर में 14 दिन बिताकर घर पहुंचे पुरोला के इस युवक की मौत हो गई है। पुरोला के डॉक्टरों ने उसे दून अस्पताल के लिए रेफर किया था। अस्पताल पंहुचने से पहले ही युवक की मौत हो गई। युवक का शव कोराना जांच के लिए सैंपल लेने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
इस समय उत्तराखंड में उत्तराखंड में की संख्या ने 1800 के आंकड़े को पार कर लिया है। सोमवार दोपहर जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार अब तक 1836 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें 1135 लोग स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिए गए हैं। अब तक 24 कोरोना संक्रमितों की मौत भी हो चुकी है। राज्य में 24.65 दिन में कोरोना के मरीज दोगुने हो रहे हैं। वहीं रिकवरी रेट 61.82 प्रतिशत चल रहा है। देहरादून जिला प्रदेश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां से अब तक 475 मामले सामने आ चुके हैं।