उत्तराखंड समेत देश के अन्य राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में सोमवार यानी कल 8 जून से मॉल, होटल, रेस्टोरेंट और धार्मिक स्थल खुलने जा रहे हैं। इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार इन्हें खोला जाएगा। इस बारे में वह गाइडलांइस जारी कर चुकी है। उत्तराखंड में बद्रीनाथ मंदिर में भी सोशल डिस्टेंसिंग के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। हालांकि, मंदिर के प्रशासन ने मुख्यमंत्री और चमोली के डीएम को 30 जून तक यात्रा निलंबित करने को कहा है।
राजधानी दिल्ली के कालकाजी मंदिर में सैनेटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग के भरपूर इंतजाम किए गए हैं। मंदिर के महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया है कि मंदिर प्रशासन की ओर से सरकार की जितनी भी गाइडलाइंस हैं, उनका पालन करने की पूरी तैयारी है। कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में भी तैयारियां कर ली गई हैं। मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए निशान लगाए गए हैं। केरल में तिरुअनंतपुरम का श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर लोगों के लिए मंगलवार यानी 9 जून से खुल रहा है। मंदिर के कार्यकारी अधिकारी ने बताया, “हम केंद्र और राज्य सरकारों की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन कर रहे हैं। हम लाइन लगाने के वर्चुअल सिस्टम की शुरुआत कर रहे हैं। मंदिर में एक समय में केवल 35 लोगों को प्रवेश करने की अनुमति होगी।”
मंदिर की तरह मस्जिदों में भी कोरोना की महामारी को देखे हुए खास तैयारी की गई है। बेंगलुरु स्थित जामिया मस्जिद के इमाम मकदूम इमरान ने बताया कि मस्जिद में ज्यादा उम्र और 10 साल से छोटे बच्चों को अंदर आने की इजाजत नहीं होगी। लोग सैनेटाइजर टन्नल से प्रवेश करके ही अंदर आएंगे। पहले जुम्मा के दिन 10,000 के करीब लोग नमाज अदा करने आते थे लेकिन, अब 1000-1500 लोग ही नमाज अदा कर पाएंगे। दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद में भी सैनेटाइजेशन का काम चलते देखा गया। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की जामा मस्जिद को खोलने से पहले जारी की गई गाइडलाइंस में कहा गया है कि मस्जिद में बिना मास्क के किसी को भी दाखिला नहीं मिलेगा। नमाज से पहले नमाज के बाद किसी भी तरह की मीटिंग नहीं होगी। सिर्फ फर्ज नमाजें पढ़ें और घर को जाएं। वुजू अपने घर से करके आएं।