कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच आज रविवार को चौथे चरण का लॉकडाउन खत्म हो रहा है। ऐसे में गृह मंत्रालय ने तीन महीने के लॉकडाउन के बाद अब 1 जून से शुरू हो रहे अनलॉक-1 के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इस बार लॉकडाउन में कई तरह की छूट दी गई है। इसी क्रम में केंद्र सरकार ने कहा कि स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर और अन्य शैक्षणिक संस्थान दोबारा से खोले जाएंगे। हालांकि इस बारे में गृह मंत्रालय हालात के मुताबिक जुलाई में फैसला लिया जाएगा। स्कूलों को फिर से खोलने और तारीखों के बारे में माता-पिता से परामर्श करने के बाद ही तय किया जाएगा।
उत्तराखंड में लगभग ढाई महीने से बंद पड़े पर्यटन उद्योग और धार्मिक गतिविधियों को शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है। केंद्र सरकार ने आठ जून से पर्यटन और तीर्थाटन गतिविधियों के लिए रियायत दी है। इससे चारधाम यात्रा भी पटरी पर लौटेगी। चारधाम यात्रा को लेकर सरकार की तैयारी पूरी है। केंद्र की एसओपी मिलने के बाद आठ जून से सरकार चरणबद्ध तरीके से गतिविधियों को शुरू करेगी। केंद्र सरकार की ओर से लॉकडाउन 5.0(अनलॉक-1) के पहले फेज में आठ जून से धार्मिक स्थलों, होटल रेस्टोरेंट, आतिथ्य सेवाएं, शॉपिंग मॉल खोलने की अनुमति दी है। कोरोना महामारी के कारण प्रदेश में मार्च के दूसरे सप्ताह से पर्यटन और धार्मिक गतिविधियां पूर्ण रूप से बंद है। जिससे पर्यटन उद्योग को करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है। अब केंद्र की ओर से पर्यटन उद्योग और तीर्थाटन को रियायतें देने से पर्यटन व्यवसायियों ने राहत की सांस ली है। पर्यटन ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। छह माह चलने वाली चारधाम यात्रा से करीब 12 हजार करोड़ का कारोबार होता है।
उत्तराखंड सरकार की ओर से पर्यटन और तीर्थाटन गतिविधियों को खोलने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया था। वहीं, सरकार और पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा शुरू करने के लिए तैयारी कर रखी है। केंद्र की एसओपी आने के बाद प्रदेश सरकार चारधाम यात्रा पर फैसला लेगी। प्रदेश में 3439 होटल, 20 हजार रेस्टोरेंट, होटल स्थापित हैं। वहीं, 600 से अधिक साहसिक गतिविधियों से जुड़े व्यवसायी हैं। प्रदेश में करीब एक लाख लोग पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हैं। चारधाम यात्रा व अन्य पर्यटन गतिविधियां शुरू होने से इन बंद पड़े उद्योगों को सांस मिलेगी। मदन कौशिक, शासकीय प्रवक्ता, उत्तराखंड, ने कहा है कि अनलॉक-1 को लेकर केंद्र की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। केंद्र की रियायतों का प्रदेश को लाभ मिलेगा। चारधाम यात्रा और पर्यटन गतिविधियों को शुरू करने के लिए सरकार की तैयारी पूरी है। केंद्र की एसओपी मिलने के बाद प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से चारधाम यात्रा व अन्य पर्यटन गतिविधियों को शुरू किया जाएगा।
केंद्र सरकार ने इस लॉकडाउन को अनलॉक-1 का नाम दिया है। इसे तीन चरणों में बांटा गया है, जिसके दूसरे चरण में स्कूल-कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान, प्रशिक्षण संस्थान, कोचिंग इंस्टिट्यूट खोले जाएंगे। इसमें राज्य, केंद्र शासित प्रदेशों और पैरेंट्स की सलाह ली जाएगी। फीडबैक के आधार पर ही इन संस्थानों को फिर से खोलने का फैसला जुलाई में लिया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय स्कूलों को फिर से खोलने के लिए दिशानिर्देश और एसओपी तैयार करेगा, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो और कोरोनावायरस को रोका जा सके। इससे पहले गृह मंत्रालय ने अपने पिछले आदेशों में, विभिन्न राज्य बोर्ड और CBSE को बाकी बची परीक्षाएं आयोजित करने की अनुमति दी थी।
वहीं, सभी कंटेनमेंट जोन में 30 जून तक लॉकडाउन लागू जारी रहेगा और सिर्फ जरूरी गतिविधियों की इजाजत होगी। हालांकि, गृह मंत्रालय ने कहा कि कंटेनमेंट जोन के बाहर सभी तरह की गतिविधियों की इजाजत होगी। लॉकडाउन का चरणबद्ध अंत 8 जून से धार्मिक स्थलों, होटलों, रेस्तरां आदि को फिर से खोलने की अनुमति के साथ शुरू होगा। साथ ही कुछ गतिविधियों पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए घोषित किए लॉकडाउन के बाद से सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं।