हिमाचल सरकार ने सोमवार को दो जिलों हमीरपुर और सोलन में लॉकडाउन 30 जून तक बढ़ाने का फैसला लिया। दोनों जिलों के डीएम ने भी एक ऑर्डर जारी किया है, जिसमें उन्होंने अपने इलाकों में 30 जून तक कर्फ्यू बढ़ाने की बात कही है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि पूरे हिमाचल में लॉकडाउन बढ़ाया गया है। राज्य के मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि हमने सभी डीएम को जिलों के हालात के हिसाब से कर्फ्यू पर फैसला लेने का अधिकार दिया है लेकिन, यह फैसला पूरे राज्य पर लागू नहीं होगा।
सोलन जिले में कर्फ्यू ढील पहले की तरह सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक ही रहेगी। शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक आवश्यक गतिविधियों को छोड़कर व्यक्तियों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गए हैं और 30 जून तक प्रभावी रहेंगे। इसी तरह मंडी जिले में भी कर्फ्यू को बढ़ा दिया गया है। डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि 30 जून ही नहीं जब तक जरूरत महसूस की जाएगी धारा 144 लागू रहेगी। इसी तरह सिरमौर जिले में भी कर्फ्यू को 30 जून तक बढ़ा दिया गया है। डीसी सिरमौर आरके परुथी ने इसकी पुष्टि की है। ऊना में भी कर्फ्यू बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए हैं।
उधर, दिल्ली में रेलवे बोर्ड के कुछ अधिकारियों में संक्रमण की पुष्टि हुई। रेल मंत्रालय के मुताबिक, रेल भवन के सभी ऑफिस 26 और 27 मई को बंद रहेंगे। मुख्यालय की चौथी मंजिल भी सैनिटाइजेशन के लिए 29 मई तक बंद रहेगी। सोमवार को दिल्ली में 635, राजस्थान में 145, आंध्रप्रदेश में 44, ओडिशा में 102, बिहार में 69, असम में 74, पुडुचेरी में 8, हिमाचल में 6, जबकि मणिपुर में 2-2 मरीज मिले। 304 मरीज और बढ़े, लेकिन ये किन राज्यों से यह जानकारी नहीं मिल सकी है। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के आधार पर हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 1 लाख 38 हजार 845 संक्रमित हैं। इसमें से 77 हजार 103 का इलाज चल रहा है, 57 हजार 720 ठीक हुए हैं और 4021 की मौत हो चुकी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘लॉकडाउन में रियायत से कोरोना के मामले बढ़े हैं, लेकिन चिंता की बात नहीं। कोरोना होता रहे और लोग ठीक हो जाएं तो दिक्कत नहीं। बस मौत नहीं होनी चाहिए।’’ उन्होंने बताया कि रविवार तक दिल्ली में 13 हजार 418 केस सामने आए। इनमें से 6 हजार 540 लोग ठीक हो चुके हैं। सरकारी हॉस्पिटल में 3829 बेड हैं। इनमें से 3164 में ऑक्सीजन की सुविधा है। इनमें से अभी 1500 बेड भरे हैं। इसके अलावा दिल्ली के 117 अस्पताल में 20% बेड कोरोना के लिए होंगे। इससे 2000 बेड बढ़ जाएंगे।