हिमाचल सरकार ने आगामी आदेश तक राज्य में बाहरी पर्यटकों पर रोक लगा दी है। अब तक कोरोना वायरस के एक भी पॉजिटिव मरीज के सामने न आने के बावजूद सरकार ने देश दुनिया से पूरी तरह से अपने को अलग-थलग कर लिया है। बाहरी राज्यों से अब किसी निजी या पर्यटक वाहन से कोई भी गैर हिमाचली किसी भी तरह से प्रदेश की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकेगा, और न ही कोई बाहर जा सकेगा। उद्योगों पर मार से रोजाना प्रदेश को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
देवभूमि में सरकार ने धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। साथ ही दूसरे राज्यों से प्रदेश के लिए संचालित होने वाली बसों का संचालन भी पूरी तरह बंद कर दिया है। इसके साथ ही विदेशी नागरिकों को भी चिह्नित कर मेडिकल टीमों की मदद से उनकी जांच की जा रही है या उन्हें वापस भेज दिया है।
प्रदेश के सबसे बड़े कमाई के सेक्टरों में एक माने जाने वाले पर्यटन के क्षेत्र में लॉकडाउन के बाद रोजाना करोड़ों रुपये का नुकसान होना तय है। सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि फिलहाल अग्रिम आदेश तक प्रदेश के बाहर से किसी भी व्यक्ति को प्रदेश में दाखिल नहीं होने दिया जाएगा। फिलहाल सरकार के निर्देश पर प्रदेश की सीमाएं सील कर दी गई हैं और सभी एयरपोर्ट पर मेडिकल टीम लगाकर यात्रियों के स्वास्थ्य की चेकिंग की जा रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक कोरोना वायरस प्रभावित देशों से पिछले 24 घंटे में 77 लोग आए हैं। वहीं, अभी तक हिमाचल में विदेशी और स्थानीय लोगों सहित 823 आए हैं। जिसमें से 283 लोगों को 28 दिन की निरागनी के बाद घर भेज दिया था, जबकि 100 लोग हिमाचल छोड़ चुके हैं। कांगड़ा में सबसे ज्यादा 427 लोग आए, जिनमें 106 लोगों की निगरानी पूरी हो चुकी है और 230 लोग अभी होम आइसोलेशन में हैं। पूरे प्रदेश में अभी बाहर से आए 431 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। अभी तक कांगड़ा जिला में ही पांच संभावित मरीजों के सैंपलों की जांच की गई है, जिसमें दो सैंपलों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि पहले सिर्फ चिन्हित 19 देशों से आए लोगों को निगरानी में रखा जा रहा था, लेकिन अब किसी भी देश से आए स्थानीय या विदेशी पर्यटक को निगरानी में रखा जा रहा है। संदिग्ध को अस्पताल में, जबकि सामान्य व्यक्ति को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जा रही है।
कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर शनिवार से सभी गाड़ियों का संचालन बंद कर दिया जाएगा। कोरोना वायरस फैलने के बाद प्रदेश में सैलानियों का प्रवेश बंद होने के चलते रेलवे ने यह फैसला लिया है। हालांकि, शिमला से एक गाड़ी सुबह दस बजे कालका की ओर रवाना होगी और कालका से एक गाड़ी 12:10 बजे शिमला के लिए रवाना होगी। बाकी गाड़ियों की आवाजाही इस ट्रैक पर फिलहाल रोक दी गई है।
सरकार ने कोरोना वायरस को लेकर दो दिन पहले ही सैलानियों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। इस रोक के बाद प्रदेश में बाहरी राज्यों के वाहनों को एंट्री नहीं दी जा रही है। इन्हें प्रवेश द्वारों से ही वापस भेजा जा रहा है। जिला शिमला में भी बाहरी राज्यों के वाहनों को एंट्री नहीं दी गई है। स्थानीय लोग जिनके पास बाहरी राज्यों की गाड़ियां हैं, उन्हें भी प्रमाण पत्र या पहचान बताने पर ही एंट्री दी जा रही है।