खबर है कि निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी देने के लिए मेरठ से पवन कुमार जल्लाद को दो दिन पहले ही बुलाया जाने वाला है ताकि वह समय से चारों आरोपियों को एक साथ फांसी पर लटकाने का ट्रायल पूरा कर ले। फांसी देने के लिए पवन को कुल 60 हजार रुपए दिए जाएंगे। एक दोषी को फांसी पर लटकाने के बदले उसे 15 हजार रुपये मिलेंगे। उधर, सुप्रीम कोर्ट से क्यूरेटिव खारिज होने के बाद निर्भया के दोषियों में सबसे अधिक बैचेन विनय शर्मा गत दिवस अपने पिता से मुलाकात होते ही रोने लगा।
जल्लाद पवन कुमार की तैनाती के लिए यूपी जेल प्रशासन से तिहाड़ प्रबंधन को आखिरी स्वीकृति पत्र मिल चुका है। बताया गया है कि यूपी जेल प्रशासन के पास पवन के अलावा और कोई जल्लाद उपलब्ध नहीं। पवन को अलर्ट भी कर दिया गया है। तिहाड़ जेल प्रशासन पवन को मेरठ से 20 जनवरी तक आ जाने की व्यवस्था कर ली है। फांसी के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन ही पवन को मेरठ पहुंचाएगा। फांसी से पहले उसे कहां ठहराया जाएगा, यह अभी तय नहीं हो सका है। तिहाड़ पहुंचते ही पवन को सबसे पहले जेल नंबर-3 ले जाया जाएगा, जहां काल कोठरी है। वहां पवन चारों गुनहगारों के वजन के बराबर वाली डमी से ट्रायल कराया जाएगा।