उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कोरोना वायरस से संक्रमितों की मृत्यु होने पर उनके अंतिम संस्कार में कुछ स्थानों पर हो रहे विरोध पर चिंता जाहिर करते हुए बृहस्पतिवार को राज्य सरकार से इस संबंध में समाधान निकालने को कहा।
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह को लिखे एक पत्र में राज्यपाल मौर्य ने कहा कि मानवीय दृष्टिकोण से इस समस्या का समाधान निकलना चाहिए और स्थानीय प्रशासन द्वारा लोगों को कोरोना संक्रमण से मरने वालों के अंतिम संस्कार के संबंध में व्याप्त भय और अफ़वाहों के प्रति जागरूक भी करना चाहिए। इसके साथ ही राज्यपाल ने यह भी सुझाव दिया कि संक्रमितों की मृत्यु होने की स्थिति में उनके अंतिम दर्शन हेतु निकटतम परिजनों को सभी मानक दिशानिर्देशों और सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए अनुमति देने की एक स्पष्ट व्यवस्था भी होनी चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि मीडिया रिपोर्टो से संज्ञान में आया है कि इन स्थितियों में प्रशासन कई बार असमंजस की स्थिति में रहता है। राज्यपाल ने मुख्य सचिव से कहा है कि दोनों ही स्थितियाँ मानवीय दृष्टिकोण से संवेदनशील हैं और इन पर विचार किया जाना उचित होगा।
उधर, देहरादून के जिलाधिकारी डॉआशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया है कि जनपद के नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत तथा उससे लगे छावनी परिषद-गढी़कैन्ट व क्लेमेन्टाउन एवं कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत बनाये गये कन्टेंमेंट जोन के अन्तर्गत होटल, रेस्टोरेंट, शॉपिंग माल्स, धार्मिक स्थलों के खुलने पर प्रतिबन्ध जारी है। गुरुवार को फ्लाइट से जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पंहुचे प्रवासी 125 व्यक्तियों को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद क्वारंटीन कर दिया गया। जिले में गुरुवार को 70 सैम्पल जाचं के लिए भेजे गये, साथ ही 144 जांच रिपोर्ट प्राप्त हुईं, जिनमें 24 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। इसके साथ ही जनपद में कोरोना संक्रमितों की संख्या 426 हो गई है, जिनमें 231 केस एक्टिव हैं। इसके अतिरिक्त जनपद में आज कुल 301 व्यक्तियों के नए सैम्पल लिये गए। आज अन्य राज्यों से जनपद पंहुचे कुल 1006 व्यक्तियों को स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत क्वारंटीन किया गया।