डाइट्रिक कॉलेज ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड साइंस के एक अध्ययन में दावा किया गया है कि एनिमेटिड किताबों के माध्यम से बच्चे ज्यादा आसानी से चीजों को समझते हैं। जिन बच्चों को कोई भी चीज समझने में मुश्किल होती है, अगर उन्हें एनिमेशन से कहानी या कविता बताई जाए तो वे उसे अच्छे से समझ जाते हैं। आज ऐसे कई ऐप उपलब्ध हैं, जिन पर किसी भी विषय की जानकारी मिल जाती है। हालांकि कई ऐसे ऐप और एनिमेटिड वीडियो हैं, जो बच्चों की शिक्षा के लिहाज से ठीक नहीं हैं, लेकिन अगर इन्हें बेहतर बना दिया जाए तो ये बच्चों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
एक ताज़ा रिसर्च में पाया गया है कि पिछले कुछ समय से डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की लोकप्रियता में काफी बढ़ोत्तरी हुई है और बच्चों की शिक्षा में भी इसका योगदान है। ई-बुक्स, कंप्यूटर्स, स्मार्टफोन और टेबलेट के जमाने में लोगों की इस बात को लेकर चिंता रहती है कि इनसे बच्चे कोई भी चीज सीख नहीं पाएंगे, लेकिन यह उनका भ्रम है। शोध के दौरान जब बच्चों को ई-बुक्स, कंप्यूटर्स, स्मार्टफोन और टेबलेट दिए गए, तब वे ज्यादा से ज्यादा सीख पाए। जब बच्चों को एनिमेटिड वीडियो के जरिए कोई कहानी बताई गई तो उनकी रुचि उसमें बनी और वह उनके दिमाग में आसानी से बैठ गई। रिसर्च में पढ़ाई का यह तरीका टीचर्स और पैरेंट्स के साथ बच्चों के लिए भी बेहतर माना गया है।
आज के बच्चों का दिमाग स्क्रीन पर आने वाली चीजों पर आम बोलचाल के मुकाबले ज्यादा तेजी से प्रतिक्रिया देता है। शोधार्थियों ने स्टडी के दौरान सबसे पहले पुराने तरीके यानी आम तरह से किताबें पढ़ाकर बच्चों को सिखाया और बाद में डिजिटल माध्यम से, जिसमें बच्चों को सिखाते हुए उस कहानी से जुड़ी तस्वीर स्क्रीन पर दिखाई और मिलता-जुलता गीत भी सुनाया। तब पता चला कि डिजिटल तरीके से बताने पर बच्चों ने ज्यादा प्रतिक्रियाएं दीं और ये सभी सकारात्मक रहीं। डिजिटल तरीके से पढ़ाने पर बच्चों से कमाल के रिसपॉन्स मिले।