चीन के हार्बिन वेटेरिनैरी रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों के शोध में इस बात की पुष्टि हुई कि बिल्ली प्रजाति के जीव कोविड-19 को आगे फैला सकते हैं। यह शोध पत्र 31 मार्च को साइंटिफिक जर्नल में प्रकाशित हुआ है। रिसर्च में ये भी बताया गया है कि बिल्ली पालने वालों को डरने की जरूरत नहीं है। बिल्लियां बहुत तेजी से कोविड-19 के खिलाफ एंटीबॉडी बना लेती हैं और उनमें यह संक्रमण ज्यादा दिन तक नहीं टिकता है लेकिन बुजुर्गों को इस वक्त बिल्लियों से दूर रहना चाहिए। स्वस्थ लोगों को भी बिल्ली को दुलारने के बाद हाथ अच्छे से धोने की सलाह दी गई है। कोविड-19 के मामले में तो अब इंसान ही जानवरों के लिए बड़ा खतरा बन गया है। न्यूयॉर्क के ब्रांक्स जू में एक बाघिन इंसान के चलते कोविड-19 से संक्रमित हुई. नेशनल जियोग्राफिक पत्रिका से बात करते हुए जू के मुख्य चिकित्सक ने इसे इंसान से जंगली जानवर में इंफेक्शन का पहला मामला बताया।
विशेषज्ञों के मुताबिक मुर्गियों से इंसान को कोई खतरा नहीं है। मुर्गी, बत्तख और अन्य पक्षी इस वायरस से सुरक्षित हैं। हांग कांग में एक कुत्ते के कोविड-19 से संक्रमित होने के बावजूद चिंता की बात नहीं है। वैज्ञानिकों के मुताबिक कोविड-19 कु्त्ते के शरीर में अपनी संख्या नहीं बढ़ा पाता है। इसीलिए कुत्ते के साथ खेलने में कोई परेशानी नहीं हैं। सूअर और कुत्ते को एक दूसरे से डरने की जरूरत नहीं है। पशु विज्ञानियों के मुताबिक सूअर के शरीर में भी कोरोना वायरस के लिए कोई कमजोर कोना नहीं है।
बताया गया है कि नेवला, बिज्जू और गिलहरी जैसे मुसटेलेडाई प्रजाति के जीवों में भी कोविड-19 वायरस अपनी संख्या बढ़ाता है। इन जीवों के श्वसन तंत्र से छोटी छोटी बूंदों के जरिए यह वायरस फैलता है। बिल्लियों और नेवलों के गले से लिए गए नमूनों में इसका सबूत भी मिला लेकिन दोनों ही प्रजातियों में इंफेक्शन फेफड़ों तक नहीं पहुंचा।