देहरादून के जिलाधिकारी डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने आज बताया कि अब जिले के सीमा पर ही प्रवासियों को रोककर सुरक्षा की दृष्टि से चैक पोस्ट पर स्वास्थ्य जांच एवं रैण्डम सैम्पलिंग होने लगी है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। पॉजिटिव ट्रेसिंग पर तुरंत आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने होम क्वैरंटाइन व्यक्तियों से अनुरोध किया है कि वे स्वयं द्वारा भरे गये शपथ पत्र (बाण्ड) के अनुसार 14 दिन होम क्वैरंटाइन रहें तथा अपने घरों से बाहर आकर अपनी तथा अन्य परिजनों एवं व्यक्त्यिों की जिंदगी खतरे में न डालें।
जिलाधिकारी ने ऐसे व्यक्तियों के परिवारजनों से भी होम क्वैरंटाइन व्यक्तियों को घरों में रोकने तथा किसी अन्य व्यक्तियों से न मिलने देने का अनुरोध किया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि होम क्वैरंटाइन के दौरान जो व्यक्ति घरों से बाहर निकलते हैं तथा अन्य व्यक्तियों से मिलते हैं तो इसे भरे गये शपथ पत्र/ बाण्ड के नियमों का उल्लंघन मानते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने विशेष रूप से होम क्वैरंटाइन छात्रों को आगाह किया है कि वे नियमों का 14 दिनों तक अक्षरशः पालन करें, अन्यथा उनके विरूद्ध विधिक कार्यवाही के परिणाम स्वरूप उनको भविष्य में अपने कैरियर सृजन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
जिलाधिकारी ने बताया कि आज जिले से पश्चिम बंगाल के कुल 480 प्रवासियों 16 बसों से ट्रेन पकड़ने के लिए हरिद्वार भेजा गया। अरुणाचल प्रदेश के 85 लोगों को 3 बसों से उनके गृह राज्यों को रवाना किया गया। महाराणा प्रताप स्पोर्टस कालेज रायपुर से राज्य के अन्य जनपदों के लिए 370 लोगों को उनके जनपदों को भेजा गया जिनमें पौड़ी गढ़वाल को 152, टिहरी गढवाल को 92, उत्तरकाशी को 45, चमोली को 56, रूद्रप्रयाग को 6, अल्मोड़ा को 8, नैनीताल-चम्पावत को 4 और हरिद्वार के लिए 7 लोगों को भेजा गया।