देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 60 हजार का आंकड़ा छूने वाली है। आज शनिवार सुबह, जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोना के कुल 59,662 मामले सामने आए हैं। इनमें से 17,847 को रिकवरी के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। देश में अबतक करीब दो हजार लोगों की जान जा चुकी है। आज सुबह, अब तक यह आंकड़ा 1981 है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3,320 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 95 लोगों की मौत हुई है। इस समय देश में कोरोना वायरस के ऐक्टिव केसेज की संख्या 39,834 है। इस बीच सरकार ने संक्रमित मरीजों को रिकवर होने के बाद डिस्चार्ज करने की पॉलिसी में बदलाव कर दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की परिवर्तित पॉलिसी में आज शनिवार सुबह बताया गया है कि हल्के केसेज में डिस्चार्ज से पहले टेस्टिंग की जरूरत को खत्म कर दिया गया है। पेशेंट में कोई लक्षण न दिखने और हालात सामान्य लगने पर 10 दिन में भी अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है। डिस्चार्ज होने के बाद, पेशेंट को अब 14 दिन की बजाय 7 दिन होम आइसोलेशन में रहना होगा। 14वें दिन टेली-कॉन्फ्रेंस के जरिए मरीज का फॉलो-अप किया जाएगा। ऐसे मरीज, जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं अथवा बहुत हल्के हैं, उन्हें कोविड केयर फैसिलिटी में रखा जाएगा, जहां उन्हें रेगुलर टेम्प्रेचर चेक और पल्स ऑक्सिमेट्री मॉनिटरिंग से गुजरना होगा। अगर 3 दिन तक बुखार न आया हो तो मरीज को 10 दिन के बाद डिस्चार्ज किया जा सकता है। उससे पहले टेस्टिंग की जरूरत नहीं होगी। डिस्चार्ज के वक्त मरीज को 7 दिन तक होम आइसोलेशन में रहने को कहा जाएगा। डिस्चार्ज से पहले, अगर कभी भी ऑक्सीजन सैचुरेशन 95 पर्सेंट से नीचे जाता है तो मरीज को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर ले जाया जाएगा।
संशोधित पॉलिसी में बताया गया है कि थोड़े गंभीर लक्षण वाले मरीजों को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में ऑक्सीजन बेड्स पर रखा जाएगा। उन्हें बॉडी टेम्प्रेचर और ऑक्सीजन सैचुरेशन चेक्स से गुजरना होगा। अगर बुखार 3 दिन में उतर जाता है और मरीज का अगले 4 दिन तक सैचुरेशन लेवल 95 फीसद से ज्यादा रहता है तो मरीज को 10 दिन के बाद छोड़ा जा सकता है। मगर बुखार, सांस लेने में तकलीफ और ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होनी चाहिए। ऐसे मरीजों को डिस्चार्ज से पहले टेस्टिंग से नहीं गुजरना होगा।
बताया गया है कि ऐसे मरीज जो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं, उन्हें क्लिनिकल सिम्प्टम्स दूर होने के बाद ही डिस्चार्ज किया जाएगा। लगातार 3 दिन तक ऑक्सीजन सैचुरेशन मेंटेन रखने वाले मरीज ही डिस्चार्ज होंगे। इसके अलावा एचआईवी पेशेंट्स और अन्य गंभीर बीमारियों वाले पेशेंट्स को क्लिनिकल रिकवरी और आरटी-पीसीआर टेस्ट में नेगेटिव आने के बाद ही डिस्चार्ज किया जाएगा। मरीज को छुट्टी मिलने के बाद 7 दिन तक होम आइसोलेशन में रहना होगा। अगर बुखार, कफ या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण डेवलप होते हैं तो मरीज को कोविड केयर सेंटर या स्टेट हेल्पलाइन या फिर 1075 पर कॉन्टैक्ट करना होगा। 14वें दिन मरीज का फॉलोअप टेली कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया जा सकता है।