उत्तराखंड में कोरोना वायरस की वजह से मौत होने पर आश्रित को 1 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इस बात का ऐलान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि शनिवार और रविवार दो दिन देहरादून में पूर्ण बंद कर सेनेटाइजेशन करवाया जाएगा। कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए देहरादून की निरंजनपुर सब्जी मंडी को बंद कर वैकल्पिक व्यवस्था कर ली जाए। साथ ही फ्रंटलाइन वॉरियर्स की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राशन की कालाबाजारी की शिकायत नहीं आनी चाहिए। इसमें लिप्त लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम त्रिवेंद्र ने इस बात के भी निर्देश दिए हैं कि हर जरूरतमंद तक राशन पहुंचना चाहिए। क्वारंटीन सेंटर्स में आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। होम क्वारंटीन का मानकों के अनुरूप पालन हो रहा है या नहीं, इस पर लगातार चेकिंग भी की जाए। आकस्मिक निरीक्षण किए जाएं। गांवों में क्वारंटीन सुविधा पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए ग्राम प्रधानों को निर्देशानुसार धनराशि दी जाए। कोरोना वायरस केयर सेंटर में प्रशिक्षित स्टाफ और अन्य आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था हो।
सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि डेटा फीड को पूरी गंभीरता से लिया जाए। सभी जिलाधिकारी आने वाले समय की आवश्यकताओं का आकलन करते हुए विश्वलेषण करें। इसके अनुसार सुविधाएं और उपकरण जुटाना सुनिश्चित करें। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने टेस्टिंग को बढ़ाने और कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की आवश्यकता होने पर शासन को तत्काल अवगत कराया जाए।
स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने कहा कि कोरोना वायरस के लिए कुल 686 करोड़ रुपये का बजट उपलब्ध कराया जा चुका है। इसमें एनएचएम को 160 करोड़ रुपये, चिकित्सा शिक्षा को 150 करोड़, एसडीआरएफ से स्वास्थ्य को 16 करोड़ रुपये, जिला प्लान में 150 करोड़ रुपये, डीएम फंड में 70 करोड़ रुपये, सीएम राहत कोष से 50 करोड़ रुपये और एसडीआरएफ से जिलाधिकारियों को 90 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं। बजट की कोई कमी नहीं है।