दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला होने का दावा करने वाली फातिमा मिर्जोकुलोवा की 126 की उम्र में तजाकिस्तान में मौत हो गई है। फातिमा के पासपोर्ट के अनुसार, उसका जन्म 13 मार्च को 1893 में हुआ था। वे अपने जीवन-यापन के लिए कॉटन फार्म में काम करती थीं। उन्हें शनिवार उज्बेकिस्तान की सीमा से सटे दखना शहर में दफनाया गया।
उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी कोल्खोज में काम करते हुए बिताई। वह कॉटन की खेती को इतना पसंद करती थीं कि रिटायरमेंट के बाद भी वह उसे छोड़ नहीं सकीं। उन्होंने जन्म ज़ारिस्ट रूस के समय में हुआ था। उन्होंने पूरा सोवियत काल और बाद में 1991 में अपनी मातृभूमि को स्वतंत्रता प्राप्त करते हुए भी देखा। फातिमा के 8 बच्चे और 200 नाती-पोते और पड़पोते हैं।
जापान की केन तनाका दुनिया की सबसे उम्रदराज जीवित इंसान हैं। उन्होंने हाल में 117 वां जन्मदिन मनाया। उनका जन्म 2 जनवरी, 1903 को हुआ था। पिछले साल 9 मार्च को 116 साल 66 दिन पूरे करने के बाद उनका नाम सबसे उम्रदराज महिला के तौर पर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज किया गया था और प्रमाणपत्र सौंपा था। वे आठ भाई-बहनों में सातवें नंबर की हैं। 19 साल की उम्र में तनाका की शादी हिदेओ तनाका से हुई थी। उनके चार बच्चे हैं। बाद में उन्होंने एक बच्चे को गोद भी लिया। तनाका के 8 पोते-पोतियां हैं। तनाका के पति और सबसे बड़े बेटे की मौत द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई थी। उसके बाद से वे एक दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करती थीं। आधिकारिक तौर पर दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला फ्रांस की जीनी लुईस कामेंट थीं, जिसका निधन 122 की उम्र में अगस्त 1997 में हुआ था। लुईस का जन्म फरवरी 1875 में हुआ था।