भारत में आज देशव्यापी लॉकडाउन का दूसरा दिन है। जगह-जगह नाकाबंदी है और जरूरी सामान की गाड़ियों के अलावा लोगों को आने-जाने की अनुमति नहीं है। लॉकडाउन को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर आवश्यक कदम उठाने की मांग की है। इस बीच दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोनावायरस की वैक्सीन और महामारी फैलने से रोकने के रास्ते खोजने में लगे हैं, वहीं कुछ इनोवेटर्स इनसे कहीं आगे निकल चुके हैं। दुनिया से इतर, भारत अभी भी पीछे है। 27 मार्च को मानव संसाधान विकास मंत्रालय और ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन आइडियाथॉन करवाने जा रहा है। वहीं, केरल पुलिस ने भी इनोवेटर्स से नए आइडिया मांगे हैं।
नया इमरजेंसी वेंटिलेटर, वायरस मारने वाला मास्क और हैंड-फ्री 3डी प्रिंटेड डोर-हैंडल, ये नए इनोवेशन हैं जो न सफल हुए, बल्कि इस्तेमाल भी शुरू हो गया है। दूसरी ओर, बीते दिनों जर्मनी में हैकॉथान किया गया, जिसमें 800 से ज्यादा आइडियाज मिले, जबकि भारत में अभी भी सरकारी एजेंसियां लोगों से कोरोना फैलने से रोकने के लिए नए आइडियाज मांग रही हैं।
कोविड इमरजेंसी वेंटिलेटर – कार्मलथेन की ग्लैंगविली हॉस्पिटल के डॉ. रायन थॉमस ने इमरजेंसी वेंटिलेटर बनाया है, जो हवा में मौजूद घातक कणों को खत्म कर उसे साफ करता है। इसे बनाने में महज 3 दिन लगे। वेल्स सरकार की मदद से इसका बड़े स्तर पर उत्पादन भी शुरू हो गया है।
वायरस मारने वाला मास्क – वायरसटैटिक शील्ड कंपनी ने एक ऐसा मास्क तैयार किया है जो हवा में मौजूद वायरस को खत्म कर देता है। कंपनी का दावा है कि इससे कोरोना सहित 95% तक वायरस नष्ट हो जाते हैं। ब्रिटेन में कोरोना महामारी को देखते हुए कंपनी उत्पादन बढ़ाने जा रही है।
हैंड-फ्री डोर आर्म – संक्रमण से बचाने वाले इस 3डी प्रिंटेड हैंडल को वायन ग्रिफिथ्स ने डिजाइन किया है। यह प्रोटोटाइप ‘आर्म’ दरवाजे के हैंडल से जुड़ा होता है, जिसे खोलने के लिए हाथ लगाने की जरूरत नहीं पड़ती। इसका डिजाइन फ्री में डाउनलोड किया कर सकता है।
जर्मनी में 800 प्रोजेक्ट – जर्मनी में चार दिनों का हैकाथॉन आयोजित किया है, जिसमें 42869 लोगों ने हिस्सा लिया, वो भी घर बैठे। इन सभी ने 800 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स पेश किए हैं। 29 मार्च को ज्यूरी तय करेगी कि इनमें से किस प्रोजेक्ट को सरकारी फंडिंग दी जाए।