उत्तराखंड में बुधवार को 23 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने से महामारी से पीड़ितों का आंकड़ा 1560 पर पहुंच गया जबकि पिछले 24 घंटे में दो और कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां जारी बुलेटिन के अनुसार, प्रदेश में संक्रमण के 23 नए मामलों में से छह-छह मरीज देहरादून और नैनीताल जिले में सामने आए हैं जबकि चार मरीज ऊधमसिंह नगर में और तीन हरिद्वार, दो टिहरी और एक-एक पौड़ी और उत्तरकाशी में मिले हैं। कोरोना संक्रमण के ज्यादातर मरीज बाहर से यात्रा कर प्रदेश में आए हैं।
उत्तराखंड में अब तक 808 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और उपचाराधीन मरीजों की संख्या 730 है। राज्य में पिछले 24 घंटों में दो कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हुई है, जिनमें से एक 48 वर्षीय पुरुष मरीज ने एम्स ऋषिकेश में जबकि 89 वर्षीया महिला मरीज ने महंत इंद्रेश अस्पताल में दम तोड़ा है। अब तक प्रदेश में 15 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है।
इस बीच पता चला है कि उत्तराखंड के कोटद्वार में कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ गया है। उत्तर प्रदेश के रेड जोन जिले बिजनौर के नजीबाबाद से कई लोग कोटद्वार आने-जाने का ऑनलाइन पास बनाकर यहां पहुंच रहे हैं, और सब्जी बेचने के बाद लौट रहे हैं। शासन ने रेड जोन से पास बनाकर आने वाले लोगों को 14 दिन के होम क्वारंटीन के निर्देश दिए हैं, लेकिन दो दिनों से नजीबाबाद से कोटद्वार आकर कई लोग कोटद्वार के भीड़ भाड़ वाले बाजार गोखले मार्ग, पटेल मार्ग पर सब्जी की फड़ और ठेली लगाकर सब्जी बेच रहे हैं।
उत्तराखंड में शासन के पास व्यवस्था समाप्त करने के बावजूद अभी अंतरराज्यीय और अंतरजिला आवागमन पर बहुत अधिक असर नजर नहीं आया है। इसका मुख्य कारण अभी अंतरराज्यीय आवागमन के लिए सार्वजनिक परिवहन के लिए परिवहन निगम को इसकी अनुमति न दिया जाना है। इसके अलावा कम यात्रियों के चलते अंतरजिला सार्वजनिक वाहन जैसे, टैक्सी, मैक्सी और अन्य सेवाओं का संचालन भी नहीं हो रहा है। क्वारंटाइन के सख्त नियम भी कम आवागमन का कारण बन रहे हैं।
इस बीच दिल्ली से कार बुकिंग कर कोटद्वार की ओर आ रहे एक युवक की कार में ही मौत हो गई। इस बात का पता तब चला जब कार कोटद्वार की कौड़िया चेक पोस्ट पर पहुंची। युवक को चिकित्सालय में लाया गया है, जहां उसका कोरोना सैंपल लिया जाएगा। कार चालक के स्वास्थ्य की भी जांच की जा रही है। युवक की पहचान दुगड्डा ब्लॉक के ग्राम धुरा धनाई निवासी भगवान सिंह के रूप में हुई, जो दिल्ली में एक रेस्टोरेंट में काम करता था।
कोरोना के मोर्चे पर दून की चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं। जनपद के अब कोरोना वायरस के संक्रमित ऐसे मरीज भी सामने आ रहे हैं, जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बन गए हैं। ये कोरोना पाजिटिव तो हैं, लेकिन संक्रमण की जद में कैसे आए, यह नहीं पता चल पाया है। इन मरीजों की न कोई ट्रेवल हिस्ट्री रही है और न इन्फेक्शन के सोर्स का पता है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि कहीं जनपद कम्युनिटी स्टेज की तरफ तो नहीं बढ़ रहा है।
निरंजनपुर मंडी ने तो स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ाई ही पर अब हर अंतराल पर ऐसे मामले आ रहे हैं। मंगलवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन में भी दून में कोरोना पॉजीटिव पाए गए छह लोग ऐसे थे, जिनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। इससे पहले भी आइआरडीई के तकनीकी अफसर, कारगी निवासी बैंक कर्मी, बल्लूपुर निवासी परचून की दुकान चलाने वाला शख्स और कई उदाहरण ऐसे हैं।