देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख 32 हजार 753 हो चुकी है। सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में सामने आए हैं। यहां 47 हजार से ज्यादा संक्रमित हैं। इसके बाद तमिलनाडु, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश और बिहार का नंबर है। हालांकि, इनमें सबसे ज्यादा टेस्टिंग दिल्ली में और सबसे कम बिहार में हो रही है। दिल्ली में हर 10 लाख आबादी पर 8330 और बिहार में सिर्फ 512 लोगों की कोरोना जांच हुई है। रविवार सुबह 9 बजे तक देश में 29 लाख 43 हजार 421 सैम्पल की जांच की जा चुकी है। 19 मई से देश में हर दिन एक लाख से अधिक सैम्पल की टेस्टिंग हो रही है।
आज दिल्ली में 508, बिहार में 83, ओडिशा में 67, आंध्रप्रदेश में 66, राजस्थान में 52, चंडीगढ़ 13, गोवा में 11, असम में 4, जबकि लद्दाख और मणिपुर में 3-3 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बीते 24 घंटे में 439 संक्रमित और बढ़े हैं, लेकिन ये किन राज्यों से हैं इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है। एक अन्य जानकारी में, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 1 लाख 31 हजार 868 संक्रमित हैं। इसमें से 73 हजार 560 का इलाज चल रहा है, 54 हजार 440 ठीक हुए हैं और 3867 की मौत हुई है।
रेलवे ने बताया कि देश में अब तक 2818 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जा चुकी हैं। इनमें से 565 ट्रेन रविवार को चलाई जा रही हैं। 2253 सफर पूरा कर चुकी हैं। 60 ट्रेन और चलाई जानी हैं।
वंदे भारत मिशन के तहत लंदन से 93 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट रविवार सुबह इंदौर पहुंची। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत अगले एक साल तक अपने वेतन में से 50 हजार रुपए पीएम केयर्स में दान करेंगे।
दुनिया में कोरोना वायरस महामारी की पहचान हुए लगभग पांच माह होने वाले हैं। 31 दिसंबर 2019 को चीन के वुहान शहर में पहली बार इस वायरस की जानकारी डब्ल्यूएचओ के चीन स्थित ऑफिस में दी गई थी। तब से लेकर 23 मई 2020 तक दुनिया भर में 53.20 लाख से अधिक लोग इस वायरस सेे संक्रमित हो चुके हैं जबकि 3.40 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए दुनिया भर के देशों ने अलग-अलग समय पर लॉकडाउन लगाया।
चीन को यदि छोड़ दिया जाए तो लगभग दो माह से अधिकांश देशों में लॉकडाउन चल रहा है। इसके चलते दुनिया भर में लगभग 157 करोड़ से अधिक बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई है। वहीं यदि यातायात की बात करें तो हवाई और ट्रेन यातायात पूरी तरह ठप पड़े हैं। एक अनुमान के अनुसार दुनिया भर की एविएशन इंडस्ट्री को लॉकडाउन के चलते 314 बिलियन यूएस डॉलर का नुकसान हो सकता है।
कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते लगातार बढ़ रहे इस नुकसान को कम करने और जिंदगी को दोबारा पटरी पर लाने के लिए दुनिया भर के देशों ने अब पाबंदियों को कम करते हुए धीरे-धीरे छूट देनी शुरू कर दी है। कई देशों में स्कूल, कॉलेज और व्यावसायिक गतिविधियां फिर से शुरू हो रही हैं। भारत जैसे देशों में घरेलू उड़ानें और ट्रेन यातायात को भी शुरू किया जा रहा है। आइए दुनिया के प्रमुख देशों अमेरिका, चीन, स्पेन और जर्मनी के आधार पर जानते हैं कि किस तरह ये देश शिक्षा और परिवहन की गतिविधियों को शुरू कर रहे हैं।