उत्तराखंड में आज बुधवार दोपहर तक देहरादून, टिहरी और हरिद्वार में 21 नए संक्रमित मिले हैं। राज्य में शाम तक तादाद और बढ़ने का अंदेशा है। उधर, देश में पिछले 24 घंटे में 6,387 कोरोना के नए मरीज मिले हैं जबकि 170 लोगों की मौत हुई है। अबतक कुल 64 हजार 425 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। वहीं 83 हजार के करीब केस ऐक्टिव हैं। कुल 4337 लोग कोरोना से जान गंवा चुके हैं। सबसे ज्यादा मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं। यहां 1,792 लोगों की मौत हुई है। तमिलनाडु में कोरोना के मरीजों की संख्या 17 हजार के पार पहुंच गई है।
उत्तराखंड में 65 नए मामलों के साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 424 हो गया। इस बीच, 21 मरीज स्वस्थ भी हो गए। स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 81 हो गई है। वर्तमान में 336 एक्टिव केस हैं। इनमें ज्यादातर हालिया दिनों में उत्तराखंड लौटे प्रवासी हैं। तीन मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं। इसके अलावा चार कोरोना संक्रमितों की अब तक मौत भी हो चुकी है। तीन दिन के अंतराल में दो सौ से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। इस दरिम्यान राज्य के नौ पर्वतीय जनपदों में भी मरीजों का सैकड़ा पूरा हो गया है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को 794 सैंपल की रिपोर्ट मिली है, जिनमें 65 केस पॉजिटिव हैं।
टिहरी जिले में सर्वाधिक 19 और संक्रमित मिले हैं। यह सभी हाल ही में मुम्बई से लौटे हैं और संस्थागत क्वारंटाइन हैं। पिथौरागढ़ में 14 मामले आए हैं। इनमें 13 लोग बाहर से लौटे हैं। नैनीताल जिले में 10 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें 9 रामनगर और एक शख्स कालाढूंगी का रहने वाला है। यह लोग 24 मई को रोडवेज की बस से दिल्ली से हल्द्वानी पहुंचे थे। हरिद्वार में नौ साल के एक बच्चे समेत 12 की रिपोर्ट पॉजिटिव है, जिनमें जिला अस्पताल में संविदा पर तैनात एक नर्स में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। जनपद ऊधमसिंहनगर में दो लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। मूल रूप से पिथौरागढ़ और चंपावत के रहने वाले यह दोनों युवक 21 मई को मुम्बई से हरिद्वार ट्रेन से और वहां से बस के जरिये रुद्रपुर पहुंचे थे। अल्मोड़ा में पॉजिटिव मिले तीन लोग 23 मई को ठाणो मुम्बई से ट्रेन के जरिये काठगोदाम और वहां से बस से अल्मोड़ा पहुंचे थे।
देहरादून में निरंजनपुर सब्जी मंडी का एक आढ़ती, एक मुनीम और निजी अस्पताल में भर्ती एक महिला कोरोना संक्रमित मिली है। आढ़ती सेवला कलां क्षेत्र में रहने वाला है। कोरोना संक्रमित मेरठ 75 वर्षीय महिला शुगर की समस्या के चलते 24 मई से अस्पताल में भर्ती है। दून के तीनों मरीजों की जांच निजी लैब में हुई है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। देर रात जारी एम्स की रिपोर्ट में दून के दो और मरीज सामने आए हैं।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के साथ उत्तराखंड के लिए ग्रीन जोन की राह भी लंबी होती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों पर गौर करें तो प्रदेश में हफ्तेभर में ही कोरोना का डबलिंग रेट महज 3.84 दिन हो गया है। इससे पहले 13 मई को यहां कोरोना संक्रमण के डबल होने की दर 35 दिन थी, जबकि प्रवासियों की आमद शुरू होने से पहले 40 दिन।
ग्रीन जोन के लिए तय छह मानकों में से एक यह है कि कोरोना संक्रमण के डबल होने की दर 28 दिन से अधिक होनी चाहिए। प्रदेश में 14 मई को जब यह दर गिरकर 23 दिन पर आ गई, तभी लगने लगा था कि इस मानक में हम अब पिछड़ते चले जाएंगे।
अभी प्रदेश के सभी जिले ऑरेंज जोन में हैं। यदि किसी को भी ग्रीन जोन में आना है तो कम से कम तीन मानक ग्रीन जोन के अनुरूप होने चाहिएं। संक्रमण के नए मामले अभी थमते नहीं दिख रहे और सैंपलिंग की रफ्तार भी कई जिलों में प्रति लाख जनसंख्या पर 200 पार नहीं है। डबलिंग रेट निरंतर कम होने से भी मंजिल दूर दिख रही है। इसके अलावा ग्रीन जोन का एक मानक यह भी है कि 28 दिन में संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आना चाहिए।
दूसरे राज्यों में फंसे 2.49 लाख लोग अब तक वापसी के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। इसमें 41 फीसद से अधिक लोग अकेले दिल्ली और महाराष्ट्र से हैं। बड़ी संख्या में इन राज्यों से लोग उत्तराखंड आ चुके हैं और संक्रमण के मामले भी सबसे अधिक यहीं से आ रहे हैं। ऐसे में चिंता के साथ सुरक्षा की चुनौती भी बढ़ गई है।
लॉकडाउन के तीसरे चरण में मिली छूट के बाद प्रवासियों की आमद क्या बढ़ी, यह वायरस पर्वतीय जनपदों को भी एक-एक कर अपनी जद में लेता चला गया। एक अर्से पहले तक उत्तराखंड के नौ पर्वतीय जिले जहां सुकून महसूस कर रहे थे, वहां अब कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा सैकड़ा पार कर चुका है। संक्रमितों का ग्राफ बढ़ने के साथ ही क्वारंटाइन सेंटरों में बदइंतजामी से भी चिंता बढ़ती जा रही है।
प्रदेश के सभी जिले अब कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। पर्वतीय क्षेत्र के जिले कुछ दिन पहले तक वायरस के संक्रमण से अछूते थे। लेकिन, प्रवासियों की वापसी के बाद पहाड़ में भी इसकी दस्तक हो चुकी है। मंगलवार तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण के जो चार सौ से अधिक मामले सामने आए हैं, उनमें 28 फीसद यानी 120 पॉजिटिव मरीज नौ पर्वतीय जिलों से हैं।
टिहरी में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 38 तक पहुंच गई है। वहीं पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चमोली, पौड़ी, उत्तरकाशी, बागेश्वर, चंपावत व रुद्रप्रयाग में भी हर अंतराल के बाद कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीजों में बाहर से लौटे प्रवासियों की संख्या अधिक है।