चॉकलेट, मैगी, दूध पाउडर जैसे उत्पाद बनाने वाली नेस्ले इंडिया ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी का उसके कारोबारी गतिविधियों पर अबतक कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा है। कंपनी स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य संकट और ‘लॉकडाउन’ के प्रभाव का आकलन करती रहेगी। जनवरी-दिसंबर वित्त वर्ष का अनुकरण करने वाली कंपनी का शुद्ध लाभ इस साल जनवरी-मार्च में 10.84 प्रतिशत बढ़कर 525.43 करोड़ रुपये रहा जबकि उसकी शुद्ध बिक्री 3,305.78 करोड़ रुपये रही।
नेस्ले इंडिया ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कंपनी पूंजी या वित्तीय संसाधन के संदर्भ में कोई विशेष चुनौती नहीं देख रही या न ही लाभ पर कोई प्रतिकूल असर पड़ता दिखाई दे रहा। स्विट्जरलैंड की कपनी नेस्ले की अनुषंगी नेस्ले इंडिया ने कहा कि उसके पास नकदी की कोई समस्या नहीं है और वह अपनी वित्तीय बाध्यताओं को पूरा करने की स्थिति में है।
नेस्ले इंडिया ने कहा, ‘‘कंपनी की कारोबारी गतिविधियों पर कोविड-19 महामारी का अबतक कोई खास असर नहीं दिखा है, निकट भविष्य और सालाना परिणाम पर इसके प्रभाव का आकलन करना फिलहाल अत्यंत कठिन है। कंपनी स्थिति के हिसाब से कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव का आकलन करती रहेगी।’’
कंपनी के अनुसार उसने अपने सभी विनिर्माण संयंत्रों और वितरण केंद्रों/गोदामों में कामकाज शुरू कर दिया है और सामाजिक दूरी के साथ कड़े सुरक्षात्मक उपाय अपनाते हुए गतिविधियां बढ़ायी जा रही हैं। नेस्ले इंडिया के ज्यादातर उत्पादों की मांग बनी हुई है और जोर फिलहाल ग्राहकों तक उत्पादों की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। कोरोना वायरस संकट के प्रभाव के बारे में कंपनी ने कहा कि उसके लिये निकट भविष्य और सालाना वित्तीय परिणाम पर इसके प्रभाव का आकलन करना फिलहाल मुश्किल है।