ताज़ा सूचनाएं मिल रही हैं कि चीन की राजधानी बीजिंग में आज, बुधवार 17 जून को 60 फीसदी से अधिक कमर्शियल उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। चीन के न्यूज पोर्टल ‘ग्लोबल टाइम्स’ के मुताबिक चीनी समय के मुताबिक आज, सुबह 9 बजे तक 1,255 फ्लाइट्स की राजधानी से आवाजाही रद्द की जा चुकी थी। बीजिंग ने शहर से बाहर जाने और आने की यात्रा को सीमित करने को लेकर कई कदम उठाए हैं। राजधानी में चेतावनी का स्तर तीन से बढ़ाकर दो कर दिया गया है, जिस वजह से स्कूल बंद कर दिए गए हैं, गतिविधियां दोबारा शुरू करने की योजना स्थगित कर दी गई है। फिलहाल, न तो चीन के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण और न ही बीजिंग एयरपोर्ट की तरफ से नियमों में बदलाव पर कोई आधिकारिक सार्वजनिक सूचना जारी की गई है। बीजिंग का एयरपोर्ट दुनिया के दूसरे सबसे व्यस्त एयरपोर्ट में आता है।
इस बीच कई समीक्षक मान रहे हैं कि घटना पर चीन का वक्तव्य बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि उसमें चीन ने दावा किया है कि गलवान घाटी उसके स्वामित्व में थी, जो कि अभी तक दोनों देशों के बीच मानी हुई स्थिति से अलग दावा है। समीक्षकों के अनुसार इस दावे ने चीन के दावों को 1962 से भी पीछे पहुंचा दिया है और इसका मतलब है कि चीन अब उन इलाकों पर भी अपने नियंत्रण का दावा कर रहा है जो 1962 के युद्ध के बाद से भारत के नियंत्रण में थे।
इधर, उत्तराखंड के लिपूलेख, कालापानी पर नेपाल के नए नक्शे को लेकर विवाद अभी थमा भी नहीं था कि उत्तर प्रदेश से जुड़ी नेपाल सीमा पर अब अतिक्रमण और सीमा रेखा तय करने वाले कुछ पत्थरों के ग़ायब होने की ख़बरें सामने आ रही हैं। हालाँकि अधिकारी इसे सामान्य गतिविधि बता रहे हैं लेकिन दोनों देशों के बीच चल रही तनातनी के दौर में इसे सामान्य नहीं माना जा रहा है। भारत में सशस्त्र सीमा बल यानी एसएसबी के अधिकारियों ने यूपी में लखीमपुर ज़िला प्रशासन को इस बात की जानकारी दी है कि उत्तर प्रदेश से लगी नेपाल के साथ सीमा रेखा को दर्शाने वाले कुछ खंभे ग़ायब हो गए हैं। एसएसबी की ओर से यह भी जानकारी दी गई है कि नेपाल ने सीमा पर कुछ नई चौकियाँ यानी आउटपोस्ट भी बना ली हैं। इस ख़बर के बाद न सिर्फ़ भारत की ओर सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है बल्कि सीमावर्ती ज़िलों के प्रशासनिक अधिकारी लगातार उसकी मॉनीटरिंग भी कर रहे हैं। सीमा सुरक्षा बल यानी एसएसबी की 39वीं बटालियन उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी ज़िले में भारत-नेपाल सीमा पर क़रीब 63 किलोमीटर के इलाक़े को कवर करती है।
सीमा को लेकर नेपाल के साथ हुए ताज़ा तनाव के बाद से ही यूपी पुलिस ने भी नेपाल की सीमा पर निगरानी और सतर्कता बढ़ा दी है। उत्तर प्रदेश के छह ज़िले गोरखपुर, महराजगंज, बहराइच, बलरामपुर, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत नेपाल सीमा से सटे हैं। लखीमपुर खीरी ज़िले में हुई ताज़ा गतिविधियों के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने पीलीभीत सीमा पर भी सोमवार को स्थिति का जायज़ा लिया। मंडलायुक्त रणवीर प्रसाद और डीआईजी राजेश पांडेय पीलीभीत पहुँचे और स्थानीय अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। अधिकारियों ने ग्रामीणों से संपर्क किया और उनसे बातचीत की। मंडलायुक्त और डीआईजी ने एसएसबी के अधिकारियों से भी बातचीत की और जानकारी ली।