सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंड्री एजुकेशन 12वीं क्लास की परीक्षा को रद्द कर सकता है और छात्रों का रिजल्ट आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर तय हो सकता है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रों को बाद में बोर्ड एग्जाम देने का ऑप्शन मिल सकता है। देश में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए परीक्षा का आयोजन मुश्किल है। अभिभावकों ने परीक्षा रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। सुप्रीम कोर्ट ने भी सीबीएसई को मंगलवार तक परीक्षा रद्द करने को लेकर फैसला लेने को कहा है।
कुल 29 विषयों की अभी परीक्षा होनी है। उसमें से 6 विषय की परीक्षा उत्तर पूर्वी दिल्ली में 10वीं क्लास के छात्रों के लिए होगी। ध्यान रहे कि 10वीं क्लास की परीक्षा सिर्फ दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाकों में होगी क्योंकि वहां दंगे की वजह से छात्र परीक्षा नहीं दे पाए थे। 12वीं क्लास की परीक्षा पूरे देश के छात्रों के लिए होगी। वैसे देश के बाकी हिस्सों में 12वीं क्लास के सिर्फ 12 मुख्य विषयों की परीक्षा होगी लेकिन दिल्ली के उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में उन 12 मुख्य विषयों के अलावा 11 और मुख्य विषयों की परीक्षा होगी।
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की काउंसलिंग शुरू
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) ने रविवार, 21 जून से सीट आवंटन के पहले दौर के लिए काउंसलिंग प्रोसेस या सीट आवंटन शुरू कर दिया है। प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों ऑफिशियल वेबसाइट aiimsexams.org पर पहले दौर की ऑनलाइन काउंसलिंग के विकल्प भर सकते हैं। ऑनलाइन विंडो 23 जून को शाम 5 बजे तक ही खुली रहेगी। सीट आवंटन का पहला मॉक राउंड 24 जून को और फाइनल सीट आवंटन 30 जून को घोषित किया जाएगा। पीजी कोर्सेस एमडी, एमएस, एमसीएच, डीएम, एमडीएस में प्रवेश के लिए हुए एंट्रेंस एग्जाम का परिणाम 19 जून को घोषित किया गया था। काउंसलिंग से चुने गए उम्मीदवारों को बाद में होने वाली एक मेडिकल परीक्षा में शामिल होना होगा। यह परीक्षा मेडिकल बोर्ड द्वारा आयोजित की जाएगी।
नए सत्र में कोर्सेस जुलाई में शुरू किए जाएंगे। वहीं,अगर सीटें खाली रह जाती हैं तो बाद एक स्पॉट काउंसलिंग भी आयोजित की जाएगी। जुलाई 2020 के सत्र के लिए उम्मीदवारों को एम्स, नई दिल्ली के साथ ही भोपाल, भुवनेश्वर, जोधपुर, पटना, रायपुर और ऋषिकेश सहित एम्स में पीजी कोर्सेस में सीटें आवंटित की जाएंगी।