कोरोनावायरस के दौर में मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए कुछ परिवार क्वारंटीन बबल या सोशल पॉड्स के बारे में सोच रहे हैं। इसमें दो-तीन परिवार शामिल होते हैं, जो आपस में वक्त गुजारते हैं। इसमें किसी बाहरी को आने की अनुमति नहीं होती है। अगर इस वर्चुअल मीट से बच्चों की जरूरतें पूरी हो रही हैं तो यह सबसे अच्छा तरीका है। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग के साथ प्लेडेट भी एक रास्ता है, लेकिन प्लेडेट में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सकता है? एक्सपर्ट्स इस बात को लेकर उलझन में हैं। खासतौर से बच्चों के मामले में।
सच्चाई यह है कि लोगों को सोशल कॉन्टेक्ट की जरूरत होती है, जबकि कुछ परिवार इसके बिना काफी संघर्ष कर रहे हैं। हेल्थ पॉलिसी रिसर्चर कहते हैं कि सबसे आदर्श चीज है कि हम हमेशा घर में रहें और कभी किसी को न देखें, लेकिन यह हमेशा नहीं हो सकता है।
हॉर्वर्ड मेडिकल स्कूल में इंफेक्शियस डिसीज एपिडेमियोलॉजिस्ट जूलिया मार्कस के मुताबिक, हम इस बीमारी से बचाव के लिए पूरे हेल्थ को दांव पर नहीं लगा सकते। ऐसे में आप कैसे बबल या पॉड की शुरुआत करें और सुरक्षित रहने के लिए किन नियमों का पालन करें, यह जानना जरूरी है।
यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया के करी स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड ह्यूमन डेवलपमेंट में एजुकेशनल साइकोलॉजिस्ट जेमी जिरौट के अनुसार, बच्चों में खुद को लेकर नियंत्रण करना मुश्किल काम है। रिसर्च बताती है कि खुद को रोकने का नियंत्रण किशोर अवस्था से पहले पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता है। अगर कोई पांच साल का बच्चा अपने दोस्त से जमीन पर कुश्ती करना चाहता है तो उसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर इच्छा को रोकना काफी मुश्किल होगा।
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ प्लेडेट्स किसी बैरियर जैसे- फेंसिंग के बाद सही काम करेंगी। सवाल उठता है कि क्या इस तरह का माहौल सुरक्षित होगा?
किसी दोस्त के साथ मास्क लगाकर और 6 फीट की दूरी पर एक घंटा गुजारने में कहीं ज्यादा जोखिम है क्योंकि इस दौरान बच्चों में हवा के जरिए एक-दूसरे के जर्म्स शेयर करने की संभावना बढ़ जाती हैं। इन वजहों के चलते पॉड्स एक सुरक्षित रास्ता हैं। इसमें एक फायदा यह भी है कि अगर आपको परिवार में कोई बीमार हो गया तो आपको कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करने में आसानी होगी।
सोशल पॉड कैसे बनाएं?
आप ऐसा परिवार चाहते हैं जो कम जोखिम में हो। साथ ही हाई रिस्क में शामिल परिवार पॉड में होने वाले अतिरिक्त जोखिम को समझ लें। साथ ही यह पक्का करें कि वे इसके साथ सहज हैं। अगर किसी परिवार में बीमारी से जूझ रहे बच्चे या बुजुर्ग हैं तो वे ज्यादा जोखिम में हैं। उन्हें सुरक्षित रखने के लिए आप कोरोनावायरस के संभावित जोखिम से अपना संपर्क कम कर लें। जैसे- लगातार बाजार जाने के बजाए हफ्ते में एक बार ही जाएं।
पॉड कितना लंबा चलेगा, इसे लेकर भी बातचीत करें। आप इसे पूरी गर्मियों तक चलाना चाहते हैं या केवल दो हफ्ते के ट्रायल पीरियड चाहते हैं। अगर आप किसी पॉड के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं तो कुछ नियम तय कर लें। जैसे कौन सी गतिविधियां सहीं हैं या किसे हद से बाहर जाना माना जाएगा। जितना इन स्थितियों के बारे में बात करेंगे, उतना ही आपको इनसे गुजरने में आसानी होगी। अगर कभी भी उल्लंघन होता है तो आप पॉड को दो हफ्तों के लिेए रोक देंगे। जब तक संक्रमण के संपर्क में आया दूसरा परिवार क्वारैंटाइन होगा।