महाराष्ट्र के जलगांव सिविल अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां कोरोना पॉजिटिव 80 साल की महिला की लाश अस्पताल के बाथरूम में मिली है, जो कि 2 जून से लापता थी। अस्पताल के मुताबिक, एक जून को महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके अगले दिन 2 जून को खबर आती है कि वो (महिला) लापता हो गई हैं। पुलिस में महिला की मिसिंग रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है। वहीं अब अस्पताल में शव मिलने से हड़कंप मच गया है।
जलगांव सिविल अस्पताल (जेसीएच) के अधिकारियों और परिवार ने पुलिस को महिला के दो जून से लापता होने की सूचना दी थी। जिलापेठ पुलिस स्टेशन में वरिष्ठ निरीक्षक अकबर पटेल ने बताया कि इसके बाद, हमने भुसावल में पूरी जांच की, रिश्तेदारों की मौजूदगी में सभी रोगियों के रजिस्टर, सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और फिर 6 जून को शिकायत दर्ज की गई। बुजुर्ग महिला 27 मई को कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी और जेसीएच में शिफ्ट होने से पहले उसे दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया था और जांच के लिए पुलिस टीमों को वहां भेजा गया था।
जेसीएच अधिकारियों ने पुष्टि की है कि महिला को 2 जून तक वार्ड में देखा गया था, जिसके बाद उसका पता नहीं चला था। पटेल ने कहा कि आखिरकार, आज अस्पताल के बाथरूमों में से एक से काफी दुगंर्ध आ रही थी और हमें वहां महिला का शव मिला। हमने सभी परिवारों को सूचना दी।
डीएम, जलगांव अविनाश डांगे का कहना है कि यह काफी गंभीर मामला है। यह बड़ी लापरवाही है। अस्पताल के बाथरूम दिन में 2 से 3 बार साफ किए जाते थे। ऐसे में किसी ने बाथरूम में महिला को कैसे नहीं देखा। हम इस मामले पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। एक वीडियो संदेश में, महिला के दुखी पोते ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से अपील की है कि वह इस घटना की जांच का आदेश दें और दोषी पाए जाने वालों को दंडित करें। पिछले तीन दिनों में लापता कोरोना संक्रमित मरीज के मृत पाए जाने का यह दूसरा दर्ज मामला है, जो राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों को परेशान कर रहा है।