लखनऊ में बसपा प्रदेश मुख्यालय पर अपने 64वें जन्मदिन पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांशीराम को याद करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से जनकल्याणकारी दिवस के रूप में अपना जन्मदिन मनाने का आह्लान किया। साथ ही, उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस के रास्ते पर चल रही है। मोदी राज में अर्थव्यवस्था बीमार हालत में है। देश के 130 करोड़ लोगों के सामने रोजाना रोजी-रोटी का संकट हो रहा है। देशभर में भयंकर गरीबी और बेरोजगारी व्याप्त है। उद्योग धंधे चौपट होते जा रहे हैं।
इस मौके पर उन्होंने पार्टी की ‘ब्लू बुक’ मेरे संघर्षमय जीवन एवं बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा के 15 वें संस्करण का लोकार्पण करते हुए कहा कि इस वजह से आम जनता का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। केंद्र की नीतियां पूरी तरह से गलत हैं और इस वजह से देश में इस वक्त गरीबी, अशिक्षा और तनाव का माहौल है। भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रही है। सरकार की गलत नीतियों के कारण देश भर में अशांति और कानून व्यवस्था बिगड़ गई है, जो राष्ट्रीय चिंता का विषय है।
मायावती ने कहा कि भाजपा की इन्हीं कमियों के चलते कांग्रेस इसका फायदा उठा रही है। बहुजन समाज पार्टी इन हालातों को लेकर काफी चिंतित है। पूरे देश में किसानों की हालत खराब है। भाजपा की केंद्र और राज्य की सरकार गरीबों के खिलाफ ही काम कर रही है। बसपा देश की गरीब जनता के साथ है। नागरिक संशोधन कानून विभाजनकारी और संविधान विरोधी है। इस कानून को मुस्लिमों को छोड़कर बाकी धर्मों को लागू करना ठीक नहीं है। पाकिस्तान में भारत से गए मुसलमानों से भी ज्यादती हो सकती है, उन्हें इससे अलग रखना ठीक नहीं है।
मायावती ने लखनऊ और नोएडा में आयुक्त प्रणाली लागू होने पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मुझे नहीं लगता कि यूपी में कानून और व्यवस्था की स्थिति सुधरने वाली है। जब तक अपराधियों पर कार्रवाई की इच्छाशक्ति नहीं होगी तब तक कानून व्यवस्था नहीं सुधारी जा सकती। यूपी में कानून का राज नहीं है, ‘जंगल राज’ है। यह किसी से छिपा नहीं है। मैंने अपनी सरकार में अपने-अपने एमपी, एमएलए को भी कानून हाथ में लेने पर नहीं छोड़ा था।