विश्व स्वास्थ्य संगठन से नाराज अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ की आर्थिक मदद रोक दी है। ट्रंप का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र की इस संस्था ने कोरोना वायरस के खतरे को गंभीरता से नहीं लिया है। इसीलिए उन्होंने अपने प्रशासन से डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकने के निर्देश दिए हैं। कोरोना वायरस के चीन में उभरने के बाद इसके प्रसार को छिपाने और गंभीर कुप्रबंधन में संगठन की भूमिका की समीक्षा की जा रही है।
व्हाइट हाउस में नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रप ने कहा कि डब्ल्यूएचओ अपने मूल कर्तव्य में विफल रहा और उसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए। इस संगठन ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए। संगठन को कोरोना के खतरों के बारे में काफी समय पहले से पता था, लेकिन उसने देरी से कदम उठाए। पिछले साल अमेरिका ने डब्ल्यूएचओ को 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग की थी।
अमेरिका में स्वास्थ्य अधिकार समूह प्रोटेक्ट आवर केयर ने ट्रंप के डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकने पर कहा है कि ये अपने इतिहास से भटकाने की ट्रंप की एक कोशिश से ज्यादा कुछ नहीं है जिन्होंने पहले कोरोना वायरस के संकट को कम कर आंका था और जिनका प्रशासन देश को उसके लिए तैयार करने में विफल रहा – इस कदम से बेशक अमेरिकी और असुरक्षित हो जाएंगे।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुटेरेश ने कहा है कि यह समय अब वायरस के विनाशकारी नतीजों को रोकने के लिए एकजुटता दिखाने और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करने का है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि वे ट्रंप द्वारा डब्ल्यूएचओ की आलोचना का समर्थन करते हैं, खासकर चीन के उस बाजार का दोबारा खुलने पर डब्ल्यूएचओ द्वारा अथाह समर्थन करना, जहां जानवर जिंदा काटे जाते हैं और जिंदा बिकते हैं। पिछले साल चीन के वुहान के बाजार से ही कोरोना वायरस फैला था और इस बाजार में तरह तरह के जंगली जानवर बिकते हैं।
इस बीच जॉन्स हॉप्किंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में अब तक कोरोना वायरस महामारी से 26,033 लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमित लोगों का आंकड़ा छह लाख की संख्या पार कर गया है। कल एक दिन में ही कम से कम 2,405 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही 26,633 नए मामले और सामने आए हैं। अब तक अमेरिका में 6 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। न्यू यॉर्क शहर में मौतों का आंकड़ा 10,000 से अधिक हो चुका है। इसके अलावा चार हजार ऐसी मौतें भी दर्ज हुई हैं, जो अधिकारियों के मुताबिक, जांच में कभी संक्रमित नहीं पाए गए थे।