रविवार की देर रात दिल्ली के जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के गेट नंबर पांच पर लाल स्कूटी से पहुंचे दो सवारों की फायरिंग से भगदड़ मच गई। जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी ने फायरिंग की तस्दीक की है। घटना के बाद बड़ी संख्या में गुस्साए छात्रों ने जामिया नगर पुलिस स्टेशन को घेर लिया। पिछले कुछ दिनों में इस तरह की फायरिंग की यह तीसरी घटना हुई है। इस बीच चुनाव आयोग के निर्देश पर जामिया और शाहीन बाग की घटना के बाद दक्षिण-पूर्व दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल का तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया गया है।
लोगों को सबसे ज्यादा इस बात पर ऐतराज है कि पुलिस तैनात होने के बाद भी ऐसी घटनाएं कैसे हो रही हैं। चश्मदीदों के मुताबिक, फायरिंग करने वाले लाल रंग की स्कूटी से पहुंचे थे। घटना के बाद वहां बड़ी संख्या में छात्र जमा हो गए। जामिया नगर पुलिस स्टेशन घेर लिया। आईपीसी की धारा 307 और आर्म्स ऐक्ट सेक्शन 27 के तहत एफआईआर दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज से हकीकत पता की जा रही है। एसएचओ जामिया नगर ने मौके पर छानबीन की। गौरतलब है कि इससे पहले 30 जनवरी को जामिया यूनिवर्सिटी के बाहर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान गोपाल नामक हमलावर ने पत्रकारिता के छात्र शादाब फारूक को गोली मारकर घायल कर दिया गया था। इस समय हमलावर हिरासत में है। इसके बाद पहली फरवरी को शाहीन बाग में फायरिंग करते कपिल गुज्ज्र को पुलिस ने दबोचा। वह भी पुलिस की हिरासत में है।