केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश में अब तक 170 जिलों को हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है। यहां कोरोना के ज्यादा मामले हैं। इनकी सूची सभी राज्यों को दी जा चुकी है। इसके अलावा 207 ऐसे भी जिले हैं, जहां संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है। इन जिलों पर मंत्रालय और डॉक्टरों की टीम का पूरा फोकस है। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि जो जिले हॉट स्पॉट के दायरे में नहीं आते हैं, वहां 20 अप्रैल से लॉकडाउन में कुछ रियायतें दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि छूट के बावजूद लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा। अगर कहीं से नियमों के तोड़ने की खबर आएगी तो उन्हें दी हुई रियायतें तुरंत वापस ले ली जाएंगी।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 11 हजार 921 हो गई है। बुधवार को महाराष्ट्र में 117 नए मरीज मिले, इनमें से 66 मुंबई और 44 पुणे के हैं। वहीं, गुजरात में बुधवार को 56 नए मामले सामने आए। इस बीच, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का टेस्ट निगेटिव रहा। उनसे मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला ने मुलाकात की थी। रूपाणी के सचिव ने बताया कि अब मुख्यमंत्री सेल्फ आइसोलेशन में रहेंगे और घर से ही कामकाज संभालेंगे। वहीं, मध्यप्रदेश के इंदौर में 117, राजस्थान में 41 और बंगाल में 23 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार सुबह बताया कि बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के 1 हजार 76 नए मामले सामने आए। इससे पहले 13 अप्रैल को 1 हजार 242, 10 अप्रैल को 871 और 11 अप्रैल को 854 मरीज मिले थे। स्वास्थ्य मंत्रालय हर दिन सुबह-शाम पिछले 24 घंटे के आंकड़े जारी करता है। वहीं, covid19india.org हर सुबह से काउंटिंग शुरू करती है। इस कोरोना ट्रैकर के मुताबिक, मंगलवार सुबह से रात तक 1 हजार 33 नए मरीज मिले।
लव अग्रवाल ने बताया कि देश के सभी जिलों को तीन हिस्सों में बांटा गया है। जहां कोरोना के मामले बहुत ज्यादा हैं, उन्हें हॉट स्पॉट घोषित किया गया है। दूसरा जहां संक्रमण के मामले हैं, लेकिन ज्यादा संख्या में नहीं हैं, ऐसे जिलों को नॉन हॉट स्पॉट सूची में शामिल किया गया है।
जिन जिलों में एक भी केस सामने नहीं आए हैं, उन्हें ग्रीन जोन में रखा गया है। जहां 15 मामले या उससे ज्यादा हैं, उसे क्लस्टर्स माना जा रहा है और ऐसी जगहों को कंटेनमेंट जोन में रखा गया है। कंटेनमेंट जोन में स्वास्थ्य विभाग की टीम की तरफ से सर्वे कराया जाएगा। यहां रहने वाले सभी लोगों की अब जांच होगी। खांसी, जुकाम, बुखार जैसे मामलों पर स्वास्थ्य विभाग खुद नजर रखेगा।
लव अग्रवाल ने बताया कि 20 अप्रैल से कुछ ही गतिविधियों में छूट दी जाएगी। इन इलाकों में रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़ी सेवाएं और दुकानें शुरू होंगी। किराना और राशन की दुकानें खुल सकेंगी। फल-सब्जी के ठेले, साफ-सफाई का सामान बेचने वाली दुकानें। डेयरी और मिल्क बूथ, पोल्ट्री, मीट, मछली और चारा बेचने वाली दुकानें। इलेक्ट्रीशियन, आईटी रिपेयर्स, प्लंबर, मोटर मैकेनिक, कारपेंटर, कुरियर, डीटीएच और केबल सर्विसेस शुरू की जा सकेंगी। लेकिन, दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूरी होगा।
आईसीएमआर ने कहा कि चीन में हुई खोज में ऐसी बात सामने आई थी कि चमगादड़ों में म्यूटेशन के कारण कोरोनावायरस पनपा है। फिर इससे पैंगोलिन में गया और यहां से वायरस इंसान के अंदर आया। हमने भी इस दावे की पड़ताल की है। दो प्रकार के चमगादड़ों में कोरोनावायरस मिला, लेकिन यह इंसान को नुकसान पहुंचाने के काबिल नहीं था। यह बहुत दुर्लभ है कि 1 हजार साल में वायरस चमगादड़ों से इंसान तक पहुंचता है।
अग्रवाल ने बताया कि अब तक देश में 1366 लोग ठीक हो चुके हैं। इलाज के स्तर पर काफी काम हो रहा है। ज्यादा से ज्यादा चिकित्सीय सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। सभी राज्यों को आदेश दिया गया है कि वह कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों को ज्यादा से ज्यादा तैयार करें। देशभर में सांस संबंधी जितने भी मरीज हैं, सबकी जांच होगी और उनका इलाज कराया जाएगा।