यूपीएससी सिविल सर्विस 2020 प्री परीक्षा में जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के 101 छात्र सफल हुए हैं। उनमें से 10 लड़कियां भी हैं। अब यह सभी छात्र जनवरी में होने वाली मेंस परीक्षा में शामिल होंगे। जामिया की रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी से इस परीक्षा में 283 छात्र शामिल हुए थे। जामिया मिल्लिया इस्लामिया की आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए) में कोचिंग देने और प्रशिक्षण पाने वालों में से 30 उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा 2019 में सेलेक्ट हुए थे। जामिया प्रशासन का दावा है कि देश के किसी भी सार्वजनिक कोचिंग सेंटर से यह सबसे बड़ा चयनित समूह है।
चयनित 30 उम्मीदवारों में से 06 के आईएएस, 08 के आईपीएस बनने की उम्मीद है। बाकी उम्मीदवारों को उनकी रैंकिंग और विकल्पों के अनुसार आईआरएस, ऑडिट एंड अकाउंट सेवा, आईआरटीएस तथा ग्रुप-ए की अन्य सेवाएं मिलेंगी। इस साल आरसीए से कोचिंग पाने वालों में से रूचि बिंदल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा, जिन्होंने 39 वां रैंक हासिल किया। आरसीए के कामयाब 30 उम्मीदवारों में से 06 लड़कियां हैं।
आरसीए के अच्छे प्रदर्शन के लिए, प्रो अख्तर व्यक्तिगत रूप से मार्गदर्शन कर रही हैं और आरसीए को उत्कृष्टता की ओर ले जाने के लिए उसे हर मुमकिन सहायता प्रदान करा रही हैं। उन्होंने सभी कामयाब छात्रों और उनके परिवार को बधाई दी। पिछले साल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में तीसरा रैंक पाने वाले जुनैद अहमद आरसीए, जेएमआई से स्टार परफार्मर थे।
साल, 2010-2011 में अपनी स्थापना से वर्ष 2019 तक आरसीए ने 230 सिविल सेवक बनाए हैं, जिनमें कई आईएएस, आईएफएस और आईपीएस शामिल हैं। इसके अलावा, 285 से अधिक छात्रों को विभिन्न अन्य केंद्रीय और राज्य सेवाओं यानी सीएपीएफ, आईबी, आरबीआई (ग्रेडबी), एपीएफ, बैंक पीओ और पीसीएस आदि में भी चुना गया है। इस साल आरसीए के 14 छात्र जम्मू-कश्मीर की सीविल सेवाओं में शामिल हुए। 24 छात्र यूपीपीएससी साक्षात्कार के क्वालिफाई हुए और 15 छात्र बीपीएससी साक्षात्कार के लिए।